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साहित्य के नोबेल पुरस्कार का हुआ ऐलान, जानिए किन्हें मिला यह सम्मान

नई दिल्ली: फ्रांसीसी लेखक एनी एरनॉक्स (French writer Annie Arnoux) को नोबेल साहित्य पुरस्कार (Nobel Literature Prize) से सम्मानित किया गया है. स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम (Sweden’s capital Stockholm) में गुरुवार को साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए एनी एरनॉक्स के नाम की घोषणा की गई. नोबेल समिति ने कहा कि एरनॉक्स (82) के नाम की घोषणा, साहस के साथ व्यक्तिगत स्मृति के अंतस, व्यवस्थाओं और सामूहिक बाधाओं को उजागर करने वाली उनकी लेखनी (stylus) के लिये की जाती है. एनी एरनॉक्स को इससे पहले बुकर प्राइज से भी नवाजा जा चुका है.

पुरस्कार के ऐलान से पहले मुंबई में जन्मे लेखक सलमान रुश्दी को साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीतने के लिए पसंदीदा दावेदारों में से एक बताया जा रहा था. ‘सैटेनिक वर्सेज’ के लेखक सलमान रुश्दी पर इस साल अगस्त में पश्चिमी न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में चाकू से हमला किया गया था. एक सितंबर 1940 को जन्मी ऐनी एरनॉक्स एक फ्रांसीसी लेखक और साहित्य की प्रोफेसर हैं. उन्होंने अपने साहित्यिक करियर की शुरुआत 1974 में एक आत्मकथात्मक उपन्यास लेस आर्मोइरेस वाइड्स से की थी. 1984 में, उन्होंने अपनी एक अन्य आत्मकथात्मक रचना ला प्लेस के लिए रेनाडॉट पुरस्कार जीता. यह वो आत्मकथात्मक उपन्यास था जो उनके पिता के साथ उनके संबंधों और फ्रांस के एक छोटे से शहर में बड़े होने के उनके अनुभवों और आगे बढ़ने की उनकी प्रक्रिया पर केंद्रित थी.


बता दें, साहित्य में नोबेल पुरस्कार के ऐलान के बादनोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में पुरस्कार की घोषणा 10 अक्टूबर को की जाएगी. एक धनी स्वीडिश उद्योगपति और डाइनामाइट के आविष्कारक सर एल्फ्रेड नोबेल की वसीहत के आधार पर चिकित्सा, भौतिकी, रसायन शास्त्र, साहित्य और शांति क्षेत्र के नोबेल पुरस्कारों की स्थापना की गई थी. पहला नोबेल पुरस्कार वर्ष 1901 में सर एल्फ्रेड नोबेल के निधन के पांच साल बाद दिया गया था. अर्थशास्त्र का नोबेल, जिसे आधिकारिक तौर पर बैंक ऑफ स्वीडन प्राइज इन इकोनॉमिक साइंसेज इन मेमोरी ऑफ एल्फ्रेड नोबेल (एल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में अर्थशास्त्र में बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार) नाम से जाना जाता है, उसकी स्थापना एल्फ्रेड नोबेल की वसीहत के आधार पर नहीं हुई थी, बल्कि स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने 1968 में इसकी शुरुआत की थी।

प्रत्येक क्षेत्र के नोबेल के तहत विजेताओं को एक स्वर्ण पदक और एक प्रमाणपत्र के साथ एक करोड़ क्रोनोर (लगभग नौ लाख डॉलर) की पुरस्कार राशि दी जाती है। विजेताओं का सम्मान हर साल 10 दिसंबर को किया जाता है। 1896 में 10 दिसंबर की तारीख को ही एल्फ्रेड नोबेल का निधन हुआ था. 1901 से 2021 तक अलग-अलग क्षेत्रों में कुल 609 बार नोबेल पुरस्कार प्रदान किए जा चुके हैं. दुनियाभर में हजारों लोग नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकन जमा करने के पात्र हैं। इनमें विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर, कानूनविद, पूर्व नोबेल पुरस्कार विजेता और खुद नोबेल समिति के सदस्य शामिल हैं. हालांकि, नामांकन को 50 वर्षों तक गुप्त रखा जाता है, लेकिन जो लोग उन्हें जमा करते हैं, वे कभी-कभी सार्वजनिक रूप से अपनी सिफारिशों की घोषणा करते हैं, खासकर नोबेल शांति पुरस्कार के संबंध में.

नोबेल पुरस्कार जीतने की चाह रखने वालों में धैर्य की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. वैज्ञानिकों को अक्सर नोबेल पुरस्कार समिति के सदस्यों द्वारा अपने काम को मान्यता देने के लिए दशकों तक इंतजार करना पड़ता है, जो यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई भी खोज या सफलता समय की कसौटी पर खरी उतरती हो. हालांकि, यह नोबेल की वसीहत के विपरीत है, जिसमें कहा गया है कि पुरस्कार उन लोगों को प्रदान किए जाने चाहिए, जिन्होंने पिछले वर्ष के दौरान मानव जाति को बड़ा लाभ प्रदान किया हो. शांति पुरस्कार समिति एकमात्र ऐसी समिति है, जो नियमित रूप से पिछले वर्ष हासिल की गई उपलब्धियों के आधार पर विजेताओं को पुरस्कृत करती है.

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