2 हजार साइकिल सवारों का था टारगेट, 6 हजार से ज्यादा हो गए,18 किमी का सफर तय कर पितृ पर्वत पहुंचे
इन्दौर। लॉकडाउन हटने के बाद पहली बार आज खेल गतिविधि के रूप में इंदौर साइक्लोथॉन में हजारों साइकिल सवार शामिल हुए। हालांकि हर साल साइक्लोथॉन में बड़ी संख्या में अलग-अलग उम्र के साइकिल सवार शामिल होते रहे हैं, लेकिन आज एक ही कैटेगरी में हुई साइक्लोथॉन में 2 हजार का लक्ष्य था, लेकिन रात तक 6 हजार से अधिक साइकिल सवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। इस बार एक ही कैटेगरी में 18 किलोमीटर की साइकिल राइड हुई, जो पितृ पर्वत पर समाप्त हुई। इस बार साइक्लोथॉन का नारा गो कोरोना था।
सुबह 6 बजे से ही सयाजी चौराहे पर साइकिल सवारों का आना शुरू हो गया था और उनका जोश बढ़ाने के लिए गीत-संगीत की प्रस्तुति दी जा रही थी। हर साल इंदौर साइकिलिंग एसोसिएशन (Indore Cycling Association) द्वारा साइक्लोथॉन का आयोजन किया जाता रहा है, लेकिन इस बार कोरोना की गाइड लाइन को देखते हुए साइक्लोथॉन का आयोजन किया गया और वॉलिंटियर्स ने साइकिल सवारों को बताया कि उन्हें दूर-दूर रहकर साइकिल चलाना है। साइकिल चलाने की आदत डालने और कोरोना ((Corona) को भगाने के उद्देश्य से आयोजित इस साइक्लोथॉन में इस बार यातायात पुलिस और परिवहन विभाग ने भी सहभागिता की। पुलिस के जवानों के साथ डीआईजी मनीष कपूरिया भी साइक्लोथॉन (Cyclothon) में शामिल हुए और साइकिल चलाई। कल रात तक 6 हजार से अधिक साइकिल सवारों ने रजिस्टे्रशन करवाकर किट ले ली थी। इनमें 10 साल से अधिक के बच्चों और युवाओं की संख्या ज्यादा थी। आज सुबह भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), विधायक रमेश मेंदोला (Ramesh Mendola), आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) और डीआईजी मनीष कपूरिया (DIG Manish Kapooria) ने हरी झंडी दिखाकर साइकिल सवारों को रवाना किया। इसके पहले विजयवर्गीय ने इंदौरियों को अपनी मजबूत इच्छाशक्ति और सावधानी से कोरोना जैसी बीमारी पर विजय पाने के लिए बधाई दी और कहा कि भारत ही एक ऐसा देश रहा है, जिसने बड़े-बड़े शक्तिशाली देशों के बीच कोरोना को मात देने में सफलता पाई है और दूसरा स्टे्रन भी यहां फैल नहीं सका। बाद में सभी अतिथियों ने हरी झंडी दिखाकर साइकिल सवारों को रवाना किया। इस दौरान हरिनारायण यादव, मुन्नालाल यादव, चंदू शिंदे, राजेन्द्र राठौर विशेष रूप से मौजूद थे। साइकिल सवार 18 किलोमीटर का सफर तय करके पितृ पर्वत पहुंचे। सभी को किट के साथ एक कूपन दिया गया था, जिससे एक ड्रॉ निकाला जाएगा और 20 सवारों को साइकिल उपहार में दी जाएगी।
देशभक्ति के गीतों पर झूमे लोग
सुबह शहर के पूर्वी क्षेत्र में साइकिल सवार ही नजर आ रहे थे। केसरिया रंग की टी-शर्ट पहने साइकिल सवार पहले देशभक्ति के गीतों पर खूब झूमे। सुबह 6 बजे से धार्मिक गीतों से शुरू हुआ सिलसिला देशभक्ति के गीतों के साथ चलता रहा। विजयवर्गीय ने भी देशभक्ति के गीतों पर साइकिल सवारों को झुमाया। रास्ते में भी जगह-जगह डीजे बज रहे थे, जिससे साइकिल सवारों को मनोबल बढ़ाया जा रहा था।
रास्तेभर लगे थे नाश्ते के स्टॉल
साइकिल सवार जैसे ही सयाजी चौराहे से आगे बढ़े, हर दो किलोमीटर पर उनके लिए नाश्ते और एनर्जी ड्रिंक के साथ-साथ पानी की व्यवस्था की गई थी। मीडिया प्रभारी संजय इंगले ने बताया कि इस बार किसी प्रकार की प्रतियोगिता नहीं रखी गई थी, इसलिए पितृ पर्वत तक पहुंचने का समय भी तय नहीं किया गया था। सभी साइकिल सवार अपने हिसाब से घूमते-घूमते पितृ पर्वत पहुंचे और दर्शन कर राइड का समापन किया।
निगम और प्रशासन ने प्लास्टिक मुक्त शहर के लिए चलाई साइकिल
शहर में स्वच्छता अभियान एवं प्लास्टिक मुक्त शहर के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में आज नगर निगम इंदौर व संस्था इन्दौरी सुबह द्वारा रन एंड बर्न द्वारा नेहरू स्टेडियम से सायकलिंग मैराथन का आयोजन किया गया। सांसद शंकर लालवानी, पदमश्री जनका पलटा, एयरपोर्ट डायरेक्टर श्रीमती आर्यमा सान्याल व अपर आयुक्त श्रृंगार श्रीवास्तव द्वारा हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया। रेस डायरेक्टर सुभाष मसीह ने बताया की धावक नेहरू स्टेडियम से मैराथन की शुरुआत कर के शिवजी वाटिका, गीता भवन, पलासिया होते हुए रसोमा चैराहे से वापस नेहरू स्टेडियम तक आये। रेस में शहर के अनेक रेसलर मौजूद थे।