देश राजनीति

बिहार: स्पीकर चुनाव में महागठबंधन को मिला ओवैसी का साथ


पटना। बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में एनडीए की ओर से बीजेपी विधायक विजय कुमार सिन्हा विजय रहे। स्पीकर के लिए चुनाव में महागठबंधन की ओर से उतरे आरजेडी विधायक अवध बिहारी चौधरी भले ही मात खा गए है, लेकिन तेजस्वी यादव विपक्ष को एकजुट करने में सफल रहे हैं। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी विधायकों से लेकर बसपा के एकलौते विधायक तक ने महागठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया है।

स्पीकर के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार को 126 और महागठबंधन को 114 वोट मिले हैं। नतीजों के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने स्पीकर विजय सिन्हा को उनकी कुर्सी तक पहुंचाया और बधाई दी। बिहार में ऐसा पांच दशक के बाद हुआ है, जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ हो।

स्पीकर के लिए सर्वसम्मति से चयन न होने के चलते सभी की नजर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) विधायक के ऊपर थी। AIMIM के पांच विधायक जीतकर आए हैं, स्पीकर के चुनाव में उनके वोट देने के लेकर लोगों की नजर थी। AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तारुल इमान ने मंगलवार को कहा था कि हम तीसरा मोर्चा हैं। ऐसे में उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि सत्ता पक्ष को अध्यक्ष का पद और विपक्ष को विधानसभा का उपाध्यक्ष का पद दिया जाना चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट तौर पर नहीं कहा कि किसे वोट देंगे।

विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए बुधवार को वोटिंग हुई है, जिसमें एनडीए प्रत्याशी विजय सिन्हा को 126 वोट मिले हैं। एनडीए को 126 विधायकों के समर्थन पहले से ही हासिल था, जिनमें बीजेपी के 74, जेडीयू के 43, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के 4, वीआईपी के चार और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं। माना जा रहा है कि एनडीए के इन्हीं 126 विधायकों का वोट स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को मिला है।

वहीं, महागठबंधन के 110 विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं, जिनमें आरजेडी के 75, कांग्रेस के 19 और वामपंथी दलों के 16 विधायक शामिल है। स्पीकर के चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी को 114 वोट मिले हैं। महागठबंधन के 110 विधायकों में से अनंत सिंह और अमरजीत कुशवाहा तो विधानसभा सदस्य की शपथ ही नहीं ले सके हैं। ऐसे में महागठबंधन के 108 विधायक को वोट मिला है, इसके अलावा छह वोट अतिरिक्त मिले हैं। इनमें 5 AIMIM विधायकों का समर्थन मिला है और एक बसपा से जीते विधायक का है। इस तरह से 114 विधायक का समर्थन अवध बिहारी चौधरी को मिले हैं।

स्पीकर का चुनाव अवध बिहारी चौधरी भले ही हार गए हैं, लेकिन तेजस्वी ने उन्हें उतारकर नीतीश कुमार सरकार को एक संदेश जरूर ही दे दिया है कि विपक्ष उनके नेतृत्व में पूरी तरह से उनके साथ एकजुट है। ऐसे में साफ है कि विपक्ष सदन में नीतीश कुमार की सरकार को घेरने से पीछे नहीं हटेगा।

 

Share:

Next Post

वेस्टइंडीज सीरीज से पहले न्यूजीलैंड को दो झटके, पटेल और डी ग्रैंडहोम चोटिल होकर बाहर

Wed Nov 25 , 2020
नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले न्यूजीलैंड को दोहरे झटके लगे हैं, उनके ऑलराउंडर कोलिन डी ग्रैंडहोम और स्पिनर एजाज पटेल को चोटों के चलते सीरीज से बाहर होना पड़ा है। डी ग्रैंडहोमे और पटेल दोनों ही पैर में चोटों के चलते वेस्टइंडीज के खिलाफ नहीं खेल पाएंगे। ऑलराउंडर […]