आगर मालवा (Agar Malwa)। एक ओर शिक्षा विभाग बीते वर्षों में पेपर लीक (paper leak) होने के मामलों से लगातार परेशान है ओर इससे बचने के लिए नए नए जतन कर रहा है. इस बार शिक्षा विभाग ने पांचवी व आठवीं की बोर्ड परीक्षा (board exam) में हर जिले के लिए अलग अलग पेपर सेट किये है ताकि तमाम दावों व व्यवस्थाओं के बावजूद भी यदि किसी भी कारण से किसी जिले में पेपर लीक हो जाता है तो केवल एक ही जिले की परीक्षा प्रभावित हो न कि पूरे प्रदेश की.
इन सब के बीच आगर मालवा जिले में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, विभाग की लापरवाही के चलते कक्षा 5 वीं की बोर्ड परीक्षा के दौरान छात्र को गलत पेपर वितरित कर दिया, जिससे पेपर लीक हो गया है. 6 मार्च को परीक्षा के दौरान लापरवाह शिक्षकों ने 11 मार्च को होने वाला हिंदी माध्यम के बच्चो का अंग्रेजी का पेपर 6 मार्च को ही वितरित कर दिया. परीक्षा के बाद घर पहुंचे छात्र ने इसकी जानकारी अपने माता पिता को दी. छात्र के पिता की शिक्षा विभाग और एसडीएम सुसनेर को दी गई लिखित शिकायत के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है.
जानकारी के अनुसार आगर मालवा जिले के सुसनेर स्थित सन्तोष कैथोलिक स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र का यह पूरा मामला है. जहां अंग्रेजी माध्यम में पड़ने वाले 5 वीं कक्षा के छात्र को हिंदी माध्यम का द्वितीय भाषा का अंग्रेजी पेपर थमा दिया गया. छात्र ने जैसे तैसे पेपर को हल भी किया और घर आकर अपने माता पिता को सारी बात बताई. जिसके बाद छात्र के पिता देवेंद्र कटारिया सुसनेर के विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी व विकास स्त्रोत समन्वयक के साथ साथ एसडीएम सुसनेर के पास पहुंचे और एक लिखित आवेदन देकर अपने बालक की अंग्रेजी माध्यम से पुनः परीक्षा कराए जाने की मांग की है.
ऐसे में लापरवाही किस स्तर पर हुई है, शिक्षा विभाग इसकी जांच में जुट गया है. परंतु 11 मार्च को होने वाले अंग्रेजी के पेपर लीक होने से विभाग के तमाम दावों की तो पोल खुली ही है साथ ही इससे सैकड़ो बच्चो के भविष्य पर बड़ा असर हो सकता है.
Share: