विदेश

ब्रिटेन: संसद अध्यक्ष ने कहा, सप्ताह में नहीं बल्कि रोज हो सांसदों की कोविड-19 जांच

ब्रिटेन की संसद के अध्यक्ष ने रविवार को संसद सत्र की बहाली के लिए सांसदों की रोजाना कोविड-19 जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक बार जांच से कुछ पता नहीं चलेगा। उनका कहना है कि इससे सदन में सांसदों की उपस्थिति पर सकारात्मक असर पड़ेगा। वहीं, यह भी कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इस साल के अंत तक दोनों सदनों में पूर्ण उपस्थिति चाहते हैं।

हाउस ऑफ कॉमंस के अध्यक्ष सर लिंडसे हॉयल ने कहा कि उन्होंने और कॉमंस के नेता जैकब रइस मोग ने हाऊस ऑफ कॉमंस के अंदर एक दूसरे के बीच दूरी की जरूरत को और कम करने के लिए सत्र के दौरान मास्क का इस्तेमाल नहीं करने का विचार किया है, लेकिन वह चाहते हैं कि सांसदों की अधिक सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए रोजाना जांच कराई जाए।
फिलहाल एक दूसर से दूरी बनाकर रखने के नियम के तहत हाउस ऑफ कॉमंस और हाउस ऑफ लॉर्ड्स में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने लिए लोगों की संख्या बेहद सीमित होती है। कुछ सदस्य वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दूर से ही सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेते हैं।

टाइम्स रेडियो को दिए एक साक्षात्कार में हॉयल ने कहा, ‘ईमानदारी से अपनी बात रखूं तो मैं यह सप्ताह में एक बार नहीं बल्कि रोज (जांच) चाहूंगा। समस्या यह है कि सप्ताह में एक बार जांच से आपको कुछ नहीं पता चलेगा। मैंने यह कहने के लिए एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा) और सरकार से संपर्क किया कि हमारे पास जांच व्यवस्था क्यों नहीं हो सकती है?’

अध्यक्ष ने कहा, ‘हमें दरअसल जिस बात की जरूरत है, वह जांच में आमूलचूल बदलाव है ताकि सांसद आएं। हम इस पर गौर कर रहे हैं। तापमान की जांच के लिए मैं अपने पास निजी तौर पर हीट स्क्रीनिंग मशीन रूखंगा।’ उन्होंने कहा कि यह तो सभी मानते हैं कि सांसदों को सदन में मास्क लगाकर रखने के लिए कहने से बात नहीं बनेगी क्योंकि इससे पहचान मुश्किल होगी और भाषण देने में भी परेशानी होगी।

Share:

Next Post

छत्तीसगढ़ के निजी अस्पताल कोरोना के इलाज के लिए ऐंठ रहे थे ज्यादा रकम, बघेल सरकार ने तय किए रेट

Sun Sep 6 , 2020
रायपुर: छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने कोविड के इलाज के नाम पर निजी अस्पतालों की मनमानी पर लगाम लगाई है. इनके खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के बाद सरकार ने अब राज्य में कोरोना के इलाज का रेट तय कर दिया है. प्रदेश के निजी अस्पताल अब कोरोना मरीजों से अधिकतम 17 हजार रुपए प्रतिदिन […]