मुंबई। लॉकडाउन और अनलॉक अवधि के दौरान परिवहन के पसंदीदा मोड में रेलवे ने आवश्यक वस्तुओं और माल ढुलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह आपूर्ति श्रृंखला को अक्षुण्ण रखने के लिए देश के कोने-कोने तक आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाता है। रेलवे ने अपनी माल गाड़ियों को पूरी तरह कार्यात्मक बनाकर बिजली और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र के लिए माल ढुलाई की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित की है।
मध्य रेल मुंबई के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मध्य रेल ने 23 मार्च 2020 से 17 दिसंबर 2020 तक उद्योग की जरूरतों को पूरा करने में 7.71 लाख वैगनों के माध्यम से 40.85 मिलियन टन माल का परिवहन किया है। मध्य रेल ने प्रति दिन औसतन 2,855 वैगनों में 7.71 लाख वैगनों में विभिन्न वस्तुओं का परिवहन किया है। मध्य रेल ने 2.99 लाख वैगनों में कोयला, 2.32 लाख वैगनों में कंटेनर, सीमेंट 53,456 वैगन, खाद्यान्न 8,067 वैगन, उर्वरक 36,542 वैगन, पेट्रोल, तेल और स्नेहक 72,284 वैगन, आयरन और स्टील 19,786 वैगन, चीनी 4,107 वैगन, प्याज 7617 वैगन, डिआयल केक 4054 वैगन, अन्य विविध माल 33855 वैगन का परिवहन किया है।
मध्य रेल ने 1.76 लाख टन पार्सल यातायात परिवहन किया है, जिसमें दवा और फार्मा उत्पाद, ई-कॉमर्स आइटम, मेल और अन्य हार्ड पार्सल, दूध आदि आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं। लॉकडाउन के दौरान 703 समयबद्ध पार्सल ट्रेनों के माध्यम से 1.04 लाख टन परिवहन किया है। रेलवे के मिल्क टैंकरों में 1.6.2020 से 3,449 टन मिल्क टैंकर और विशेष रेल गाड़ियों के पार्सल वैन के माध्यम से 68533 टन का परिवहन किया है।
मध्य रेल ने नए माल शेड, पार्सल हब को खोलकर माल ढुलाई और पार्सल लोडिंग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं। इस संबंध में मंडलों के साथ-साथ मध्य रेल मुख्यालय स्तर पर बहु-विषयक व्यावसायिक विकास इकाइयां (बीडीयू) का भी गठन किया गया है। परिचालन, वाणिज्य, वित्त और यांत्रिक विभाग के वरिष्ठ शाखा अधिकारियों से युक्त ये इकाइयाड्ड रेलवे की ओर अधिक यातायात को आकर्षित करने के लिए व्यापार और उद्योग के साथ अक्सर संवाद करते हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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