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पाकिस्तानी छात्रों को वीजा, भारतीयों की वापसी के सवाल पर गोलमोल जवाब दे रहा चीन!

नई दिल्ली. साल 2019 में कोरोना महामारी(corona pandemic) फैलने के बाद से ही चीन में पढ़ रहे भारतीय छात्र स्वदेश वापस लौट आए थे और अब तक चीन भारतीय छात्रों (Indian students) को देश में बुलाने पर राजी नहीं हुआ है. ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि चीन पाकिस्तान के कुछ छात्रों को चीन वापस बुला रहा है और इसी महीने पाकिस्तानी छात्रों (Pakistani students) को वीजा दिया गया है. इस खबर को लेकर चीन से फिर भारतीय छात्रों की चीन वापसी पर सवाल किया गया जिसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है.

चीन के विदेश मंत्रालय(foreign Ministry) के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि कोविड की वर्तमान स्थिति को देखते हुए चीन विदेशी छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. प्रसार भारती की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल किया गया, ‘कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में चीन (China) के दूतावास ने इस महीने कुछ पाकिस्तानी छात्रों को वीजा जारी किया है. क्या आप इसकी पुष्टि कर सकते हैं? कितने वीजा जारी किए गए हैं और छात्रों को चीन लाने के लिए उनका चयन किस आधार पर किया गया है?’



जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘मुझे पता है कि आपको भारतीय छात्रों की पढ़ाई के लिए चीन लौटने के मामले में गहरी दिलचस्पी है. आपने कई बार इसे लेकर हमारे समक्ष सवाल भी उठाए हैं. हम पूरी तरह से आपकी परेशानी को समझते हैं और भारत के उन अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की भावनाओं को भी समझते हैं, जो अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए जल्द से जल्द चीन लौटने के इंतजार में हैं.’

उन्होंने आगे कहा, ‘गंभीर COVID-19 स्थिति के बीच चीन की सरकार अपनी पढ़ाई के लिए चीन लौटने वाले विदेशी छात्रों के मुद्दे को बहुत महत्व देती है. चीन कुछ ‘वास्तविक जरूरतों वाले’ विदेशी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद उनके चीन लौटने की व्यवस्था कर रहा है. संबंधित छात्रों को चीन के महामारी रोकथाम प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा. हम आशा और विश्वास करते हैं कि आप हमारी बात को समझेंगे.’

पाकिस्तानी छात्रों को वीजा देने की खबर से चीन ने नहीं किया इनकार
लिजियान से फिर सवाल किया गया कि उन्होंने पाकिस्तानी छात्रों को वीजा जारी करने की खबर से इनकार नहीं किया है तो चीन किस पॉलिसी के तहत कुछ अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को वापस बुला रहा है जिसमें पाकिस्तानी छात्र भी शामिल हैं.

लिजियान ने जवाब में कहा कि उन्होंने पहले ही इस संबंध में पूरी जानकारी दे दी है और अगर और अधिक जानकारी चाहिए तो वो संबंधित अधिकारियों से बात कर इस संबंध में और जानकारी दे पाएंगे. उन्होंने कहा कि महामारी को देखते हुए संपूर्ण सुरक्षा के बीच छात्रों को वापस बुलाने का काम एक लंबी प्रक्रिया है और इस पर काम चल रहा है.

क्या है ‘वास्तविक जरूरत’ से चीन का मतलब?
लिजियान से पूछा गया कि आपने कहा कि चीन कुछ ‘वास्तविक जरूरत वाले’ विदेश छात्रों को वापस बुला रहा है. तो ये वास्तविक जरूरत का मतलब क्या हुआ? उन्होंने जवाब दिया, ‘आप भी हालिया कोविड की स्थिति से अवगत हैं. ओमिक्रॉन वैरिएंट की दुनिया भर में जारी सुनामी को देखते हुए चीन ने अपने नागरिकों, विदेशी नागरिकों के साथ-साथ चीन में आने वाले कुछ अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर उचित और आवश्यक उपाय किए हैं.’

उन्होंने आगे कहा, ‘हम चीन में अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए लौटने वाले विदेशी छात्रों के मामले पर एक समन्वित तरीके से विचार करेंगे. हम एक प्रक्रिया के तहत सभी छात्रों को धीरे-धीरे चीन में वापसी पर विचार कर रहे हैं.’

चीनी के दौरे में इमरान खान ने उठाया था पाकिस्तानी छात्रों का मुद्दा
पाकिस्तान और चीन के बीच की करीबी हाल के दिनों में बढ़ी है. बीजिंग ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में इमरान खान बतौर मेहमान पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से पाकिस्तानी छात्रों की चीन वापसी पर बात की थी. चीन ने भी कहा था कि वो पाकिस्तानी छात्रों की जल्द चीन वापसी सुनिश्चित करेगा. पाकिस्तान के 28 हजार छात्र चीन वापसी के इंतजार में हैं.

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