रूस की राजधानी मॉस्को में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) बैठक के दौरान चीन के रक्षा मंत्री वे फेंग ने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से शुक्रवार को मिलने की इच्छा जताई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों के अनुसार वे फेंग चाहते हैं कि एससीओ में उनकी एक मीटिंग भारतीय रक्षा मंत्री राजनथा सिंह के साथ कराई जाए। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह और रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगु के बीच एक अहम बैठक हुई थी। राजनाथ सिंह ने खुद ट्वीट कर बताया था कि जनरल सर्गेई शोइगु के साथ उनकी मुलाकात शानदार रही।
इस बीच सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक चीन ने शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के साथ रक्षा मंत्री स्तर पर एक बैठक की मांग की है। चीनी रक्षा मंत्री ने यह इच्छा उस समय जताई है जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्धाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव की स्थिति है। अगर ऐसा होता है, तो यह पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन के साथ उच्चतम स्तर की वार्ता होगी। बता दें कि दोनों देश बातचीत के माध्यम से विवाद का हल करना चाहते हैं, जिसको लेकर कई दौर की बैठकें हो चुकी है। उधर मॉस्को में चीन के रक्षा मंत्री वे फेंग ने भारतीय समकक्ष से मुलाकात की इच्छा जताकर सबको हैरान कर दिया है क्योंकि मॉस्को रवाना होने से पहले ही भारतीय अधिकारियों ने बता दिया था कि वेई फेंग और राजनाथ सिंह के बीच कोई संभावित बैठक नहीं होगी।
29-39 अगस्त की रात झड़प के बाद फिर बढ़ा तनाव
सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद के मुताबिक लद्दाख में मिलिट्री और राजनयिक वार्ता के बाद कई आम सहमतियां बनी थी। जिसका 29-30 जून की रात चीनी सैनिकों ने उल्लंघन किया। इस दौरान उनकी ओर से भड़काऊ सैन्य गतिविधियों को अंजाम दिया गया। भारतीय सेना ने साफ किया कि वो लद्दाख में सीमा पर शांति और स्थिरता कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही समान रूप से अपनी क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए भी दृढ़ निश्चित हैं। सूत्रों का कहना है कि ब्लैक टॉप जिस पर अब भारत का नियंत्रण है, वहां पर भारतीय और चीनी सैनिक बहुत करीब हैं। भारत की सेना ने पैंगोंग लेक के दक्षिण में ऊंची पहाड़ियों पर कब्जे की कोशिश की थीं।
Share: