नई दिल्ली। हमारे पास चंद्रमा पर पानी होने के सबूतों (evidence of water on the moon) के बारे में जानकारी पहले से ही लेकिन ये जानकारी चंद्रमा की कक्षा (moon’s orbit) में घूम रहे सैटेलाइट (rotating satellite) के माध्यम से प्राप्त हुई है. अब पहली बार चंद्रमा पर पानी (water on the moon) की मौजूदगी की ऑन-साइट प्रूफ (on-site proof) के साथ जानकारी सामने आई है.
चंद्रमा पर चीन (China) के चांग’ ई-5 प्रोब (Chang’e-5 Probe) द्वारा ऑन-साइट निरीक्षण (on-site inspection) किया और वहां से नमूने जमा किए गए. ये नमूने तब लिए गए थे जब दिसंबर 2020 में चंद्रमा पर ये मिशन गया था. इसने न केवल पृथ्वी पर विश्लेषण के लिए नमूने एकत्र किए बल्कि चंद्रमा की जमीन पर मिले नमूनों का भी विश्लेषण किया.
चांग’ ई-5 द्वारा चंद्रमा पर लिए गए नमूनों से अब पता चला है कि चंद्रमा पर पानी एक बोल्डर में 180 पीपीएम (प्रति मिलियन भाग) की सांद्रता में मौजूद था. यह पृथ्वी के मानकों से अधिक शुष्क है लेकिन स्पष्ट रूप से इसके महत्व को समझना आसान है क्योंकि पानी चंद्रमा पर है.
जांच द्वारा विश्लेषण में पाया गया कि ये विशेष बोल्डर हल्का था और इसमें कई धारियां थी. इससे पता चलता है कि यह चट्टान, भूमिगत ज्वालामुखी गतिविधि का परिणाम थी. इससे पता चलता है कि चंद्रमा के आंतरिक भाग में अधिक पानी मौजूद हो सकता है.
इस ऑन-साइट डिटेक्शन ने चंद्रमा की सतह पर पानी होने की संभावना को बल मिला है. क्या इसका मतलब यह है कि चंद्रमा पर मानव बस्तियों तक आसानी से पानी पहुंच सकता है? नहीं, क्योंकि इस तरह की सांद्रता में मौजूद पानी को निकालना बहुत कठिन है लेकिन ऑन-साइट निष्कर्षों पर अवलोकन और विश्लेषण से हमें यह समझने में मदद मिल सकती है कि अंतरिक्ष में ग्रहों और उपग्रहों पर पानी कैसे मौजूद रहता होगा. Share: