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हरियाणा में लगातार बढ़ रहे अपराध भारी चिंता का विषय है : बजरंग गर्ग


चंडीगढ़ । हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष (Provincial President of Haryana Pradesh Trade Board) बजरंग गर्ग (Bajrang Garg) ने कहा कि हरियाणा में (In Haryana) लगातार बढ़ रहे अपराध (Continuously Increasing Crime) भारी चिंता का विषय है (Is a matter of Great Concern) ।


बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा में लगातार व्यापारी, उद्योगपति व आम जनता के साथ लूट-पाट, फिरौती, हत्या, अपहरण, चोरी व महिलाओं के साथ दुष्कर्म होना चिंता का विषय है। हरियाणा अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े फायरिंग करके हत्या करने व फिरौती मांगने से प्रदेश का व्यापारी व आम जनता में भय का माहौल है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में प्रति व्यक्ति अपराध 3.8 दर्ज की गई है। हरियाणा प्रदेश डकैती, चोरी, रिश्वतखोरी, हत्या व बलात्कार आदि अपराध में देश के 10 सबसे खतरनाक राज्यों में से एक है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली से ज्यादा डकैतियां इस वर्ष हरियाणा में हुई है और अपहरण के मामले भी बढ़े हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज होने के बाद पुलिस की कार्रवाई बेहद ढीली है। ऐसे मामलों में आरोप पत्र दाखिल करने में हरियाणा नीचे से तीसरे पायदान पर है।

बजरंग गर्ग ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वर्ष 2022 की रिपोर्ट के आंकड़े राज्य में आमजन की सुरक्षा को लेकर चिंता उत्पन्न करने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2022 में राज्य में कुल 2.43 लाख आपराधिक मामले दर्ज हुए, जो 2021 से 17.6 फीसदी ज्यादा हैं। राज्य में बच्चों के खिलाफ अपराध में भी 7.7 फीसदी बढ़ोतरी हुई। कुल 6,138 केस दर्ज किए गए, जबकि 2021 में यह आंकड़ा 5,700 और 2020 में 4,338 था। पड़ोसी राज्य पंजाब में 2022 में महज 2,494 वारदात दर्ज की गईं।

पॉक्सो एक्ट के तहत हरियाणा में 1,272 बच्चियों के यौन शोषण की घटनाएं दर्ज हुईं और 68 लड़कों को भी शोषण का शिकार बनाया गया। 57.2 फीसदी मामलों में ही आरोप-पत्र महिलाओं से दुष्कर्म और बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों में हरियाणा में अदालत में आरोप पत्र दाखिल करने की दर काफी दयनीय है। यह दर केवल 57.2 फीसदी है। इस मामले में हरियाणा का स्थान देश में तीसरा है। हरियाणा के बाद राजस्थान (54 प्रतिशत) और असम (41.4 प्रतिशत) हैं। 2022 में बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों में आरोप पत्र दाखिल करने की दर महज 41.6% रही। इस श्रेणी के राज्यों में हरियाणा देश में तीसरे नंबर पर है। वहीं, पड़ोसी राज्य पंजाब में बच्चों से संबंधित अपराध में चार्जशीट दायर करने की दर 72.6 फीसदी रही।118.7 फीसदी अपराध एक लाख आबादी पर हरियाणा में प्रति लाख आबादी पर महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर 118.7 फीसदी दर्ज हुई। दिल्ली में यह दर 144.4 फीसदी है।

2022 में राज्य में महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाओं के 16,742 मामले दर्ज हुए, जबकि 2021 में यह संख्या 16,658 थी। वृद्धि 0.5 फीसदी रही। 2022 में महिलाओं से दुष्कर्म के रोज औसतन पांच मामले दर्ज किए गए। दुष्कर्म के कुल 1,787 मामले दर्ज हुए, जो 2021 में 1,716 थे। 2022 में एसिड अटैक के छह मामले सामने आए। दहेज के लिए 234 महिलाओं की हत्या की गई। बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा सरकार को अपराध पर अंकुश लगाने के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने चाहिए और अपराधियों का पक्का इलाज करना चाहिए। व्यापारी व आम जनता की जान माल की सुरक्षा के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने चाहिए।

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