उज्जैन। कोरोना काल के पहले निजी अस्पताल और क्लीनिक में मरीजों को अपने यहाँ उपचार के लिए लाने की होड़ लगी रहती थी लेकिन अब स्थितियाँ बदल गई हैं। शहर के कई निजी अस्पतालों में आम लोगों से भी कोरोना मरीज जैसा बर्ताव किया जा रहा है। उनके साथ अभद्रता होने की भी खबरे हैं। सरकारी अस्पतालों में भी ऐसे ही नजारे हैं।
कोरोना महामारी से पूरी दुनिया जूझ रही है। देश में भी अब रोजाना लगभग 25 हजार नए केस आने लगे हैं। इसके मुकाबले उज्जैन जिले की स्थिति काफी संतोषजनक है। यहाँ जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दिनरात योद्धाओं की तरह कोरोना से मुकाबला कर रहे हैं और जिले को जैसे-तैसे कोरोना मुक्त कराने में लगे हुए हैं। सामान्य बीमारियों के उपचार की सुविधा के लिए अनलॉक 1 शुरु होते ही जिला प्रशासन ने सरकारी फीवर क्लीनिक के लिए कुछ निजी अस्पताल और क्लीनिक को भी उपचार की अनुमति दी थी। इधर बीते कुछ दिनों से ज्यादातर निजी अस्पतालों में उपचार के लिए पहुँच रहे मरीजों और उनके साथ अटेंडर के साथ काफी रूखा व्यवहार होने लगा है। निजी अस्पताल के काउंटर से लेकर वार्डों तक में मरीज के साथ जाने वाले लोगों के साथ भी कोरोना मरीज जैसा भेदभाव और व्यवहार किया जा रहा है। फ्रीगंज के कई निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों ने इसकी शिकायत की है।
धारचूला (पिथौरागढ़) । भारतीय बैंकों से पेंशन लेने वाले नेपाल के पेंशनरों के लिए बुधवार से तीन दिन के लिए अंतरराष्ट्रीय झूला पुल खोल दिया गया है। इस दौरान अन्य लोगों की आवाजाही बंद रहेगी। सेना सहित तमाम भारतीय विभागों से रिटायर हुए नेपाल के 1700 लोग लॉकडाउन के कारण पेंशन के लिए भारत नहीं […]
भोपाल। निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार के अन्तर्गत कमजोर वर्ग एवं वंचित समूह के बच्चों को सत्र 2021-22 के लिए दूसरे चरण में शनिवार को 14 हजार 880 बच्चों को ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से स्कूल आवंटित किये गये। राज्य शिक्षा केंद्र संचालक धनराजू एस ने बताया कि दूसरे चरण में 14 हज़ार […]
भोपाल। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये राज्य शासन द्वारा जन-भागीदारी के साथ संचालित अभियानों एवं नवाचारों के सु-परिणामों से एक बार फिर मध्यप्रदेश पूरे देश में मॉडल बन कर उभरा है। कोरोना जैसे अदृश्य शत्रु से लड़ने में जो रणनीति मध्यप्रदेश में अपनाई गई, उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) […]
भोपाल। विधानसभा चुनाव (assembly elections) में मिली सफलता के बाद भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) की रणनीति बनाने में जुट गई है। प्रदेश की 29 में से सात उन सीटों पर बदलाव तय माना जा रहा है, जहां के सांसद विधानसभा चुनाव में उतरे थे। इसके अलावा भोपाल, विदिशा, ग्वालियर और सागर […]