इंदौर न्यूज़ (Indore News)

1980 से पटेल परिवार के बाहर नहीं गया देपालपुर का टिकट, इस बार परिवर्तन की संभावना

जातिगत समीकरणों से वोटरों को साधने में लगे हैं दावेदार, युवा भी हैं कतार में

इंदौर। संजीव मालवीय। जिले की सबसे बड़ी विधानसभा के रूप में मानी जाने वाली देपालपुर विधानसभा में इस बार टिकट को लेकर भारी कशमकश है। वर्तमान में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। 1980 से यह सीट भाजपा के स्व. निर्भयसिंह पटेल परिवार के पास ही रही है। पटेल परिवार की इस सीट को छीनने की तैयारी दूसरे दावेदारों ने कर ली है। कोई जातिगत समीकरण के आधार पर तो कोई संगठन में सक्रियता के आधार पर टिकट मांग रहा है। [relpsot]

1980 में पहली बार इस सीट पर निर्भयसिंह पटेल जीतकर विधायक बने थे। उसके बाद 1985 में रामेश्वर पटेल यहां से विधायक हो गए तो उसके बाद निर्भयसिंह पटेल फिर विधायक हुए, लेकिन उनके निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें पटेल के मामा परिवार के प्रेम पटेल को टिकट दिया गया। प्रेम दो बार चुनाव लड़े, लेकिन उनकी किस्मत में विधायकी नहीं थी। इसके बाद नई युवा पीढ़ी के रूप में भाजपा से मनोज पटेल दो बार, एक बार सत्यनारायण पटेल और जगदीश पटेल तथा वर्तमान में विशाल पटेल विधायक हैं। आश्चर्य की बात रही कि देपालपुर विधानसभा से भाजपा ने केवल पटेल परिवार पर ही भरोसा जताया। पिछली बार मनोज पटेल चुनाव हार गए तो अब इस सीट से भाजपा के दूसरे नेता दावेदारी कर रहे हैं। भाजपा में इस सीट को लेकर सिर-फुटव्वल की स्थिति बन रही है, क्योंकि जितने भी दावेदार हैं वे सब अपने आपको टिकट की दौड़ में अव्वल मानकर चल रहे हैं। इससे संभावना बन रही है कि इस बार देपालपुर विधानसभा का टिकट पटेल परिवार के हाथ से पार्टी छीन न लें?

क्या रोटी पलटने का मिथक टूटेगा…यानि कांग्रेस के हाथ में ही रहेगी विधानसभा या भाजपा छिन लेगी?

देपालपुर विधानसभा का शुरू से ही मिथक रहा है कि एक बार यह सीट भाजपा तो एक बार कांग्रेस के हाथ में रही है। 1980 से यही देखने को मिल रहा है। पिछली बार मनोज पटेल को कांगे्रस के विशाल पटेल ने हरा दिया था तो इस बार फिर यह सीट भाजपा के हाथ में आने की संभावना है। इसलिए भी भाजपा से दावेदारों की संख्या बढ़ रही है और सबका मानना है कि अगर वे इस बार जीते तो विधायक हो जाएंगे। यानी देपालपुर के मतदाता इस बार फिर रोटी पलट देंगे।

राजेंद्र चौधरी-हिंदूवादी नेता के रूप में सामाजिक समरसता अभियान चलाने वाले राजेंद्र चौधरी पर भगवा आतंकवाद के आरोप लगे हैं और वे 8 साल कारावास में रहकर आए हैं। इस बार संघ और हिंदू संगठनों की मदद से वे इस विधानसभा से दावेदारी में अव्वल हैं। वर्तमान में देपालपुर में एक मंदिर पर से कब्जा हटाने के मामले में भी वे आंदोलन कर चुके हैं। फिलहाल मामला कोर्ट में है।

जयपालसिंह चावड़ा-इंदौर विकास प्राधिकारण के अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा राजपूत वोटों के साथ-साथ दूसरे समाज के लोगों के साथ इस सीट पर अपना दावा मजबूत किए हुए हैं। हालांकि जाहिर तौर पर तो वे दावा नहीं कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि चावड़ा इसी क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे या फिर ग्रामीण क्षेत्र की दूसरी विधनसभा से भी लड़ सकते हैं।

उमरावसिंह मौर्य-मौर्य 10 साल पहले भाजपा में आए थे और कांग्रेस के कोटे से इंदौर दुग्ध संघ के अध्यक्ष भी रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में अच्छी पकड़ के चलते इस बार भाजपा से टिकट के दावेदार हो गए हैं और अपनी मंशा बड़े नेताओं को भी बता चुके हैं।

चिंटू वर्मा-कैलाश विजयवर्गीय के नजदीकी चिंटू वर्मा को इस बार टिकट मिलने की पूरी आस है। अब तक संगठन में काम कर चुके और वर्तमान में ग्रामीण भाजपा के महामंत्री वर्मा ने धार्मिक आयोजनों के माध्यम से क्षेत्र में प्रचार भी शुरू कर दिया है। हालांकि वे लगातार धार्मिक आयोजनों के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंच चुके हैं।

धीरज ठाकुर-भाजपा युवा मोर्चा के नगर महामंत्री धीरज ठाकुर देवास सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी के नजदीकी हैं और इस बार वे भी पूरी विधानसभा में सुंंदरकांड पाठ के माध्यम से दौरा कर चुके हैं। हर गांव के आयोजन में वे शामिल होते हैं। भोजन-भंडारे के माध्यम से लोगों को जोड़ रहे हैं। शस्त्र और शास्त्र वितरण की परंपरा भी उन्होंने गांव में डाली है। ठाकुर को संगठन और संघ के कुछ नेताओं का समर्थन भी पर्दे के पीछे से मिल रहा है।

श्रवणसिंह चावड़ा-युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे और वर्तमान में ग्रामीण भाजपा के उपाध्यक्ष श्रवणसिंह चावड़ा ने दो महीने पहले हातोद में एक बड़ी भजन संध्या करवाई और उसके बाद धार्मिक आयोजनों का सिलसिला लगातार चल रहा है। चावड़ा के पास युवाओं की एक बड़ी टीम भी है।

Share:

Next Post

लूट की झूठी कहानी रचने वाला मुनीम पकड़ाया

Wed Aug 16 , 2023
दो साथियों के घर दी दबिश, पिस्टल के साथ उन्हें भी किया गिरफ्तार इंदौर। रावजी बाजार क्षेत्र (Raoji Bazar Area) में कल पिस्टल और चाकू की नोंक पर लूट की कहानी रचने वाले एक मुनीम को पुलिस ने चंद घंटों में ही गिरफ्तार (Arrest) कर लिया। उसकी मदद करने वाले दो साथियों को भी पुलिस […]