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हर क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित हो रही ड्रोन तकनीक : सिंधिया

प्रदेश में पांच ड्रोन स्कूल खोलने की घोषणा, कहा- आने वाले समय में 3 लाख युवाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर

ग्वालियर। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की सोच है कि ऐसी तकनीक हो, जो जन-जन की जिंदगी में बदलाव लाए। प्रधानमंत्री की इसी मंशा के अनुरूप ड्रोन तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सहित हर क्षेत्र में ड्रोन तकनीक क्रांतिकारी साबित हो रही है। यह तकनीक गरीबी को समृद्धि में तब्दील करने का साधन बनी है। साथ ही युवाओं के लिए विकास के नए अवसर लेकर आई है। आने वाले समय में ड्रोन तकनीक से 3 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

सिंधिया शनिवार को ग्वालियर में आयोजित “ड्रोन मेले” को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश में पांच ड्रोन स्कूल खोलने की घोषणा भी की। ग्वालियर के माधव प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एमआईटीएस) में प्रदेश के पहले ड्रोन मेले का आयोजन किया गया, जिसका शुभारम्भ शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे।


केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि ड्रोन मेला ग्वालियर के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। इसके माध्यम से हम नई क्रांति के साक्षी बने हैं। आगे आने वाले समय में ड्रोन तकनीक से विश्व की अर्थव्यवस्था एवं जीवन में बड़े बदलाव आएंगे। उन्होंने कहा, खुशी की बात है कि ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल में मध्य प्रदेश देश का अव्वल राज्य है।

सिंधिया ने कहा कि ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए नियमों को आसान बनाया गया है। पहले जहां कंपनियों को 25 फार्म भरने पड़ते थे, वह संख्या घटाकर पांच कर दी गई है। लाइसेंस की प्रक्रिया और पंजीकरण में स्पष्टता बढ़ाई गई है। सुलभ एवं सरल ड्रोन की प्रतिबद्धता के साथ सरकार काम कर रही है।

सिंधिया ने घोषणा की कि मध्य प्रदेश में पांच ड्रोन स्कूल खोले जाएंगे। यह स्कूल ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर और सतना में खुलेंगे। इन स्कूलों के जरिए ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे युवाओं को रोजगार मिलेंगे। साथ ही ड्रोन तकनीक का भी विकास और आत्मनिर्भरता में भरपूर इस्तेमाल हो सकेगा। उन्होंने ग्वालियर के एमआईटीएस में ड्रोन एक्सीलेंसी सेंटर खोलने की बात भी कही। इसके लिए एक कंपनी के साथ एमओयू भी साइन किया गया है। ड्रोन मेले में अन्य कंपनियों ने भी एमओयू किए हैं।

ड्रोन मेले की प्रदर्शनी सेक्टर का अवलोकन
मुख्यमंत्री चौहान केंद्रीय मंत्री तोमर एवं सिंधिया और राज्य सरकार के अन्य मंत्रियों के साथ ड्रोन मेला परिसर में विभिन्न कंपनियों द्वारा लगाई गई ड्रोन प्रदर्शनी देखने भी पहुंचे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ड्रोन कंपनियों के संचालकों से कृषि, आपदा प्रबंधन, फसल सर्वे तथा जनकल्याण के अन्य क्षेत्रों में ड्रोन के इस्तेमाल के बारे में जानकारी ली।

ड्रोन मेले में भाग लेने आईं लगभग एक दर्जन कंपनियों ने अपनी-अपनी सेवाओं का प्रदर्शन किया। साथ ही ड्रोन के हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया। ड्रोन मेले में थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम बैंगलोर, एस्टेरिया एयरोस्पेस लिमिटेड बैंगलोर, मारूत ड्रोन्स हैदराबाद, ड्रोन डेस्टिनेशन नईदिल्ली, एग्री उड़ान प्रा.लि. अहमदाबाद, ग्वालियर पुलिस, बीसा सिम्यट नईदिल्ली सहित अन्य कंपनियों ने उर्वरक बीज छिड़काव व परिवहन, सर्विलांस, वनीकरण, जरूरी वस्तुओं का परिवहन इत्यादि का अपने-अपने ड्रोन से प्रदर्शन किया। (एजेंसी, हि.स.)

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