इन्दौर। बडवानी, धार, खरगोन के सिकलीगर अब देसी पिस्टल का सामान रेडिमेड तैयार करवा रहे हैं। पहले ये लोग इंदौर में पिस्टल के लिए बैरल बनाते थे, लेकिन क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया तो अब वे सूरत में बनवा रहे हैं। यह खुलासा एटीएस भोपाल की पकड़ में आए सिकलीगरों की निशानदेही पर सूरत में मारे गए छापे में हुआ है। यहां से 400 बैरल जब्त हुए हैं। सिकलीगर इंदौर सहित पूरे देश में अवैध पिस्टल की खरीद-फरोख्त करते हैं। यहां तक कि ये आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों को भी हथियार सप्लाई कर रहे हैं। कुछ माह पहले इंदौर क्राइम ब्रांच ने भमोरी में दो लेथ मशीन पर छापा मारा था और बड़ी मात्रा में बैरल जब्त किए थे। इसके बाद सिकलीगरों ने सूरत में बैरल बनवाना शुरू कर दिया है। एटीएस भोपाल ने कुछ दिन पहले सरनामसिंह बड़वानी और खरगोन के सिगनूर के सिकलीगर गुरुबख्त को पकड़ा था और हथियारों की फैक्ट्री जब्त की थी।
इनसे पूछताछ में पता चला कि ये लोग पिस्टल के लिए उपयोग की सामग्री अब खुद नहीं बनाते हैं व अन्य जगह लेथ मशीन से बनवाते हैं। यह काम अब सूरत में करवा रहे हैं। इस पर एटीएस ने सूरत में छापा मारा और 400 बैरल जब्त किए हैं, वहीं कुछ दिन पहले विश्नोई गैंग को हथियार सप्लाई करने वाले सिकलीगर की तलाश में एनआईए ने भी यहां छापा मारा था। इसके अलावा क्राइम ब्रांच पंजाब और हरियाणा के कई गैगस्टरों को देसी पिस्टल ले जाते इंदौर में पकड़ चुकी है। ये मौत के सामान शहर में भी हत्या का कारण बन रहे है। दो दिन पहले इंदौर में प्रेम प्रसंग में एक युवक ने अपनी प्रेमिका और उसके दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी थी और खुद भी आत्महत्या कर ली थी। इसमें भी देसी पिस्टल का उपयोग हुआ था। अब पुलिस के साथ जांच एजेंसियां भी इस नेटवर्क को तोडऩे में लगी हैं।
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