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‘नीली चिड़िया’ को यूरोप ने दी बैन की धमकी, भारत ने भी साफ किया अपना रुख

नई दिल्ली। दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क  (Elon Musk) ने आखिरकार सोशल मीडिया साइट ट्विटर (Twitter) को खरीद लिया। एलन मस्क ने 44 अरब अमेरिकी डॉलर में ट्विटर (Twitter) को खरीदा है। इससे पहले ट्विटर बोर्ड (Twitter) ने एलन मस्क का ऑफर स्वीकार कर लिया था। कंपनी की ओर से यह जानकारी दी गई।
बता दें कि एलन मस्क इरादे जाहिर कर चुके हैं कि वह ट्विटर को फ्री स्पीच का बड़ा प्लेटफॉर्म बनाना चाहते हैं। वह मानवता के भविष्य की दुहाई भी दे चुके हैं। इसका मतलब ये कि अगर एलन मस्क की चली तो कोई भी ट्विटर पर अपनी बात खुलकर रख सकेगा. लेकिन मस्क के लिए ये सब करना क्या वाकई आसान होगा? यूरोपीय यूनियन ने तो एलन मस्क को साफ चेतावनी दे दी है कि ट्विटर का मालिक चाहे कोई भी हो जाए, उसे स्थानीय नियमों का पालन करना ही होगा. अगर ऐसा नहीं किया तो मोटा जुर्माना और यहां तक कि बैन भी झेलना पड़ सकता है। भारत सरकार ने पहली प्रतिक्रिया में साफ कर दिया है कि ट्विटर को भारत में सोशल मीडिया के लिए बनाए गए नियमों में कोई छूट नहीं मिलेगी।

खुलकर अपनी बात रखने वाले टेस्ला के मालिक एलन मस्क फ्री स्पीच के बड़े पैरोकार रहे हैं। ट्विटर पूरी दुनिया में लोगों के लिए अपनी बात रखने का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है। ट्विटर को खरीदने से पहले एलन मस्क उसकी इसी बात पर कई बार नाखुशी जाहिर कर चुके थे कि ट्विटर लोगों को बिना किसी रोकटोक के अपनी आवाज उठाने की खुली छूट नहीं देता। ट्विटर खरीदने के बाद भी उन्होंने पहले ट्वीट में फ्री स्पीच को लोकतंत्र की आधारशिला बताते हुए कई बदलाव करने की बात कही. अब जबकि एलन मस्क खुद ट्विटर के मालिक बनने जा रहे हैं और ये एक प्राइवेट कंपनी की तरह काम करेगी, ऐसे में ये देखने की बात होगी कि वह किस तरह ट्विटर को फ्री स्पीच का प्लेटफॉर्म बनाते हैं और क्या-क्या बदलाव करते हैं।

जबकि ट्विटर को लेकर एलन मस्क के ऐसे ही इरादों को देखते हुए यूरोपीय यूनियन (European Union) में इंटरनल मार्केट के कमिश्नर थिएरी ब्रेटन (Thierry Breton) ने सीधे तौर पर आगाह किया है. ब्रेटन ने कहा कि चाहे कार कंपनी हो या सोशल मीडिया कंपनी, अगर उसे यूरोप में काम करना है तो उसे स्थानीय नियम-कानून मानने पड़ेंगे, चाहे उस कंपनी का मालिक कोई भी हो। मिस्टर मस्क ये अच्छी तरह समझते हैं. मतलब ये कि मस्क को ट्विटर पर कथित आपत्तिजनक कंटेंट, हेट स्पीच, उत्पीड़न और रिवेंज पॉर्न जैसी चीजों की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना होगा।

फाइनेंशियल टाइम्स से बातचीत में ब्रेटन ने कहा कि हम यूरोप में सभी का स्वागत करते हैं. एलन मस्क आपका भी स्वागत है, लेकिन यहां के अपने कुछ नियम हैं. यहां पर आपके निजी रूल्स लागू नहीं होंगे।
फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक, यूरोप में सबसे ज्यादा प्रभाव रखने वाले डिजिटल रेग्युलेटर ब्रेटन ने सीधे चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह (ट्विटर) हमारे नियम-कायदों को नहीं मानेगा तो हमारे पास अधिकार है कि उस पर जुर्माना लगाया जाए. ये जुर्माना कंपनी के रेवेन्यू का 6 फीसदी तक हो सकता है। अगर फिर भी वह बात नहीं मानता तो उसे यूरोप में बैन भी किया जा सकता है। ब्रेटन की ये चेतावनी ऐसे समय आई है, जब हाल ही में कानून पास किया गया है, जिससे डिजिटल कंपनियों को आपत्तिजनक ऑनलाइन कंटेंट को ज्यादा सख्ती से रोकने के लिए मजबूर किया जा सकेगा।



भारत ने कहा, नियमों में कोई छूट नहीं
एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद भारत सरकार ने पहली प्रतिक्रिया में साफ कर दिया है कि ट्विटर को भारत में बनाए गए नियमों में कोई छूट नहीं मिलेगी. केंद्रीय आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “मैं एलन मस्क को शुभकामनाएं देता हूं. लेकिन भारत में काम करने वाली सभी मध्यस्थ कंपनियों को लेकर जवाबदेही, सुरक्षा और विश्वास के हमारे लक्ष्य और अपेक्षाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

बाकी देशों की तरह भारत ने भी केंद्र सरकार ने भी सोशल मीडिया के लिए सख्त नियम बना रखे हैं. इसके तहत कथित आपत्तिजनक ट्वीट्स को ब्लॉक करना, नफरत बढ़ाने वाले, भड़काऊ बयानों, पॉर्न और अन्य ट्वीट्स को फिल्टर करना होता है। बार-बार नियम तोड़ने वालों का अकाउंट सस्पेंड तक कर दिया जाता है. पिछले साल केंद्र सरकार ने आईटी एक्ट की धारा 79 के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को आपत्तिजनक ट्वीटस पर मिले प्रोटेक्शन को हटा दिया था। ट्विटर को भारत में नोडल अधिकारी, शिकायत अधिकारी और अनुपालन अधिकारी की नियुक्ति का निर्देश भी दिया था।

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