देश

बिहारी मंदिर में भगदड़ से पहले भी कई मामले आए सामने, जानें देश के मंदिरों में कब-कब हुए ऐसे हादसे

नई दिल्‍ली। राजस्थान (Rajasthan) के खाटू श्याम मंदिर (Khatu Shyam Temple) में चंद रोज पहले हुई तीन महिला श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत को देश भूला भी नहीं पाया था कि अब उत्तर प्रदेश में वृंदावन (Vrindavan) के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) में दर्दनाक घटना हो गई. मंगल आरती के दौरान भगदड़ मचने से दो भक्तों की मौत हो गई.

मृतकों में वृंदावन का एक व्यक्ति और नोएडा की एक महिला थी. दम घुटने के बाद अचेत हुए आधा दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया है. घटना के बाद सामने आए वीडियो में भक्त प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. मंदिरों में मौत का यह पहला मामला नहीं था. इससे पहले भी देशभर के विभिन्न राज्यों और शहरों में इस तरह की घटनाओं में सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इन बड़ी घटनाओं के बावजूद देश की सरकारों ने सबक नहीं लिया. व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होने से मौत का सिलसिला जारी है. इस रिपोर्ट में पढ़िए कब-कहां हुए ऐसे हादसे…



जानें कब-कहां मची भगदड़
4 नवंबर 2006 को उड़ीसा के पुरी जगन्नाथ मंदिर में दर्शन के दौरान भगदड़ मचने से चार लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए थे.

3 अगस्त 2008 को हिमालच प्रदेश के नैना देवी मंदिर में मची भगदड़ में 160 श्रद्धालु मारे गए और 400 से ज्यादा घायल हुए.

हिमाचल के देवी मंदिर में हुई इस दर्दनाक घटना के एक महीने बाद ही 30 सितंबर 2008 को नवरात्रि पर्व के दौरान राजस्थान के जोधपुर स्थित चामुंडा देवी मंदिर में भगदड़ होने से 217 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में 4 मार्च 2010 को राम-जानकी मंदिर में कृपालु महाराज की पत्नी की पुण्यतिथि के मौके पर कपड़े और खाना बांटे जाने के दौरान भगदड़ मचने से 63 लोगों की मौत हो गई. 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. उस वक्त वहां करीब 10 हजार लोगों की भीड़ थी.

14 जनवरी 2011 को मकर संक्रांति की रात केरल के सबरीमाला मंदिर में मची भगदड़ में 104 से ज्यादा लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए थे.

8 नवंबर 2011 को हरिद्वार में हर की पौड़ी पर भगदड़ में 22 लोगों की मौत हो गई थी.

10 फरवरी 2013 को इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर कुंभ मेले में स्नान करने पहुंचे लोगों में भगदड़ से 39 लोगों की मौत हुई थी.

13 अक्टूबर 2013 को मध्यप्रदेश के दतिया जिले से 60 किलोमीटर दूर रतनगढ़ स्थित मंदिर में नवरात्रि के अंतिम दिन देवी दर्शन के लिए दूर-दूर से आए हजारों श्रद्घालुओं में मची भगदड़ में 115 लोगों की मौत हुई थी.

10 अगस्त 2015 को झारखंड में देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में भगदड़ से 11 लोगों की मौत हो गई. 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.

एक जनवरी 2022 को नए साल की सुबह वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple) में हुई भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई.

8 अगस्त 2022 को राजस्थान (Rajasthan) में सीकर (Sikar) जिले के खाटूश्याम मंदिर (Khatu Shyam Temple) में भगदड़ मचने से तीन महिला श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई.

Share:

Next Post

मुस्लिम लीग के महासचिव का विवादित बयान, कहा- स्कूल में लड़के-लड़कियों का साथ बैठना खतरनाक'

Sat Aug 20 , 2022
नई दिल्‍ली। केरल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के महासचिव प्रभारी पीएमए सलाम (PMA Salam) ने एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि लड़कों और लड़कियों को स्कूल की कक्षाओं में एक साथ बैठने की अनुमति देना “खतरनाक” है. इस बयान के बाद अब एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. साथ ही उन्होंने […]