जबलपुर। जिले में किसानों की फार्मर रजिस्ट्री का कार्य तेजी से चल रहा है। जिले में अब तक 84,714 किसानों ने अपनी रजिस्ट्री करा ली है। यह कुल लक्ष्य का 51.26 प्रतिशत है। जिले में 1,65,270 किसानों की फार्मर आईडी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने राजस्व अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार, मार्च 2025 के बाद पीएम किसान योजना का लाभ लेने के लिए फार्मर आईडी अनिवार्य होगी।
समूह बनाकर लगाए जाएंगे कैम्प
शिविरों का आयोजन तीन से पांच गांवों के समूह में किया जाएगा। हर शिविर में राजस्व और कृषि विभाग के एक-एक अधिकारी नोडल अधिकारी के रूप में मौजूद रहेंगे। शिविर सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक और शाम 4 से 6 बजे तक चलेंगे। प्रत्येक पटवारी को रोजाना 10 फार्मर आईडी बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इसी तरह डिजिटल क्रॉप सर्वे के लिए पंजीकृत स्थानीय युवाओं को भी प्रतिदिन 10 फार्मर आईडी जनरेट करने का लक्ष्य मिला है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य समर्थन मूल्य पर फसल उपार्जन और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करना है।
ऐसे काम करती है यूनिक फार्मर आईडी
गौर तलब है कि भारत सरकार कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की एग्री स्टैक योजना के अंतर्गत प्राप्त निर्देशों के अनुक्रम में प्रदेश में फार्मर रजिस्ट्री बनाए जाने की कार्यवाही प्रारंभ की गई है। इसके अंतर्गत प्रत्येक कृषक भूमिस्वामी को एक यूनिक आईडी जनरेट कर प्रदान की जा रही है। ताकि कृषकों को आसानी से केसीसी ऋण कम्प्यूटरीकृत प्रक्रिया के माध्यम से प्राप्त हो सके और हितग्राहीमूलक योजनाओं हेतु लक्ष्य निर्धारण एवं कम्प्यूटरीकृत प्रणाली से सत्यापन की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
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