भोपाल। राज्यसभा (Rajya Sabha) में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की तारीफ करते हुए उन्हें “किसान के लाड़ले भाई” का नया नाम दिया। धनखड़ ने कहा कि “जिस व्यक्ति की पहचान देश में ‘लाडली बहनों के भैया’ के रूप में थी, अब वो किसान का लाड़ला भाई बन गया है।”
इस बयान के दौरान उन्होंने शिवराज की ऊर्जा और उनके किसानों के प्रति किए गए कार्यों का उल्लेख किया और उन्हें पूरी तरह से आश्वस्त किया कि वह किसानों के लिए और भी बेहतर काम करेंगे। धनखड़ की तारीख वाले वीडियों को केंद्रीय मंत्री ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने आगे कहा कि “मुझे पूरा विश्वास है कि शिवराज सिंह चौहान अपने नाम के अनुरूप ऊर्जावान मंत्री हैं और किसानों के लिए उनका कार्य इस दिशा में सकारात्मक रूप से प्रभावित होगा।” इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने शिवराज का नाम ‘किसान के लाड़ले’ के तौर पर नामांकित कर दिया है। यह तारीफ उस समय की है जब दो दिन पहले ही उपराष्ट्रपति धनखड़ ने एक कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान से तीखे सवाल किए थे।
उन्होंने पूछा था कि किसानों से अब तक कोई संवाद क्यों नहीं हो पाया और उनकी समस्याओं का समाधान क्यों नहीं हुआ। इस सवाल के बाद अब राज्यसभा में उन्हें शिवराज की तारीफ करते हुए पूरा समर्थन दिखा। जिसकी पहचान देश में लाड़ली बहनों के भैया के नाम से थी, अब वो किसान का लाड़ला भाई बन गया है।
राज्यसभा में शुक्रवार को किसानों का मुद्दा उठाने वाले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) को लेकर सवाल पूछा। इसके जवाब में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया कि मोदी सरकार किसानों की उपज को एमएसपी पर खरीदने की पूरी गारंटी देती है। चौहान ने इस दौरान यह भी कहा कि पिछली सरकारों के समय एमएसपी पर कृषि उपज की खरीद के लिए किसी तरह की कोई गारंटी नहीं दी गई थी।
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि हमने एमएसपी बढ़ाने के साथ ही किसानों से उनकी फसलें एमएसपी पर खरीदने का काम किया है। उन्होंने इस दौरान एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों का हवाला देते हुए यह भी कहा कि पिछली सरकारों ने इन सिफारिशों को स्वीकार करने से मना किया था।
इससे पहले, एक कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति ने शिवराज से किसानों से संवाद नहीं होने पर सवाल किए थे। धनखड़ ने यह भी व्यक्त किया था कि उनका दिल इस बात पर दुखी है कि किसानों के आंदोलन को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि वह इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई की उम्मीद करते हैं।
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