गंजमुरादाबाद (उन्नाव) । छह महीने के बच्चे (baby) का बहरापन दूर करने को पिता (father) उसे गोद में लेकर ट्रेन (Train) के आगे खड़ा हो गया। ड्राइवर ने हटने को कहा तो वह हॉर्न (horn) बजाने की जिद पर अड़ गया। भीड़ लग गई। लोगों ने ट्रेन से उतर कर समझाया पर वह नहीं माना। बस यही कहता रहा कि बच्चे को ‘जमोगा’ (बहरापन) हो गया है। दो-चार बार गाड़ी की सीटी सुना दो, बच्चा ठीक हो जाएगा। उसकी जिद पर ड्राइवर ने हॉर्न बजाया, तब पिता बच्चे को लेकर पटरी से हटा। मंगलवार को यह वीडियो वायरल होने लगा। हम इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करते है।
यह बच्चा एक जनजातीय परिवार का था, जिसे लेकर पिता कानपुर-बालामऊ पैसेंजर के सामने सुबह 9.40 बजे गंजमुरादाबाद नगर स्थित हाल्ट पर पटरियों पर खड़ा हो गया। उसके साथ एक महिला भी थी। दो मिनट के हाल्ट के बाद ट्रेन रवाना होने के वक्त भी वह खड़ा रहा तो ड्राइवर ने हार्न बजाकर उसे हटने का इशारा किया। वह नहीं हिला और हार्न बजाने का इशारा करने लगा। तब तक वहां भीड़ जमा हो गई।
बच्चे को गोद में लिए पिता चालक से कहता रहा कि हार्न बजा दो, मेरे बच्चे का जमोगा रोग ठीक हो जाएगा। करीब आठ मिनट तक ट्रेन हाल्ट पर खड़ी रही। यात्रियों के समझाने पर किसी तरह ट्रैक से हटा और चला गया। ग्रामीणों ने बताया कि जनजातीय परिवारों में यह अंधविश्वास है कि बच्चों का जमोगा रोग ट्रेन के तेज हार्न सुनने से ठीक हो जाता है। स्टेशन मास्टर ने कहा कि उसकी वजह से गाड़ी यहां कुछ देर तक रुकी रही।
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