- 30 प्रतिशत से ज्यादा ने जमा किया स्ट्रीट वेंडर लोन-चप्पलें घिस रही हैं लोन लेने में गरीबों की
उज्जैन। फुटकर धंधा करने वाले तथा ठेला लगाने वालों को 20 हजार का लोन दिया जा रहा है जिसे लेने के लिए चप्पले घिस रही हैं और बैंकें आसानी से लोन नहीं दे रही हैं। अभी भी दो हजार लोगों के आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। कोरोना महामारी के बाद चौपट हो गए स्ट्रीट वेंडर के व्यापार को गति प्रदान करने के लिए सरकार ने हजारों रुपए का बिना ब्याज का लोन देना शुरू किया था। इस योजना में 1 साल बाद 30 प्रतिशत से अधिक स्ट्रीट वेंडर ने लोन चुका दिया है और अब 20 हजार के लोन की कतार में है। 2020 और 21 में शहर में कोरोना की महामारी का असर रहा और इस दौरान फुटपाथ पर ठेला लगाकर व्यवसाय करने वालों का पूरा व्यवसाय चौपट हो गया था।
इसको देखते हुए सरकार ने 10 हजार रुपए का बिना ब्याज का लोन व्यापार को फिर से गति देने के लिए दिया था। इस योजना में 6100 लोगों ने 10 हजार रुपए का लोन लिया था। इनमें से 2063 लोगों ने 10 हजार रुपए का लोन चुका दिया है और अब वे 20 हजार रुपये के लोन के लिए कतार में खड़े हैं। सरकार ने घोषणा की थी कि जो भी व्यापारी 10 हजार रुपये का लोन समयावधि में चुका देगा उसको 20 हजार रुपये का और 20 हजार रुपए का लोन चुकाने के बाद 40 हजार तक का लोन सरकार देगी और इसमें व्यापारी से कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा तथा गारंटी भी सरकार द्वारा ली जा रही है। ऐसे में सरकार की इस योजना का लाभ सड़क और फुटपाथ पर व्यापार करने वाले छोटे व्यापारियों ने लिया है। Share: