भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

एक अप्रैल से छह अंकीय एचयूआइडी हालमार्किंग के ही बिकेंगे सोने के गहने

  • बिना छह अंकीय एचयूआइडी हालमार्किंग के कोई भी आभूषण नहीं बेचा जा सकेगा

भोपाल। एक अप्रैल से सोने के अभूषण पर छह अंकीय एचयूआइडी हालमार्किंग मिलेगी। बिना छह अंकीय एचयूआइडी हालमार्किंग के कोई भी आभूषण नहीं बेचा जा सकेगा। क्योंकि बीआइएस (ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड) ने पुराने चार अंकीय हालमार्किंग वाले अभूषणों की बिक्री पर रोक लगा दी है। अब कोई भी ज्वेलर्स बिना छह अंकीय हालमार्क के गहने बेचता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। जिसके बाद सराफा कारोबारी अब नए छह अंकीय एचयूआइडी हालमार्किंग के साथ ही आभूषण मंगवाकर बेचने लगे हैं। जिन आभूषणों पर चार अंकीय हालमार्किंग थी उन पर भी छह अंकीय एचयूआइडी की सील लगवा रहे हैं। जिससे उन्हें आगे चलकर व्यापार में परेशानी न आए। सरकार को भी छह अंकीय एचयूआइडी हालमार्किंग से लाभ हो रहा है। एक तो सील लगवाने पर शुल्क मिल रहा है दूसरा हर आभूषण की जानकारी शासन के पास होगी।
पुराने हालमार्क की सील वाले गहनों की बिक्री पर लगाई रोक सराफा व्यवसायी संघ के अधयक्ष पुरुषोत्तम जैन बताते हैं कि सरकार ने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं कि जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में कारोबारियों का कहना था कि लाकडाउन के चलते गहनों की बिक्री नहीं हुई इसलिए उनके पास पुराना माल स्टाक में है। इसलिए छह अंकीय हालमार्किंग पुराना स्टाक समाप्त होने के बाद ही लागू किया जाए। इस बात को दो साल का वक्त पूरा हो चुका है। अब तक पुराना स्टाक समाप्त हो जाना चाहिए इसलिए एक अप्रैल से न्यू छह अंकीय एचयूआइडी हालमार्किंग के साथ ही बेचे जाएं। जिनके पास बिना हालमार्क या चार अंकीय वाले हालमार्क के अभूषण हैं उन पर छह अंकीय हालमर्किंग कराएं।


गहने की शुद्धता आनलाइन जांच सकेंगे
असल में चार अंकीय हालमार्किंग वाले गहनों की शुद्धता की जांच आनलाइन नहीं की जा सकती थी। क्योंकि इस पर कोई नंबर अंकित नहीं होता था। लेकिन अब हर गहने पर एक डिजिटल आइडी दी जा रही है जिसकी जांच आनलाइन बीआइएस एप पर की जा सकती है। इसके लिए छह अंकीय एचयूआइडी नंबर एप पर डालने पर पूरी डिटेल आनलाइन आ जाती है। जिसमें गहने कितने कैरेट का है और जिस दुकान से खरीद रहे उसने कहां से खरीदा है। इससे गहने की शुद्धता का पता लगाया जा सके।

यह होगा फायदा
बिना हालामार्क के अभूषण बिकने से उनकी शुद्धता का भरोसा नहीं होता। वही जिन पर चार अंकीय हालमार्क है उनकी शुद्धता को नहीं परखा जा सकता। कोई भी किसी भी दुकान के लोगों के साथ हालमार्क की सील लगवाकर बेच सकता था। इससे दुकानदार द्वारा की गई बिक्री का ठीक पता नहीं लगाया जा सकता था। अब अभूषणों पर छह अंकीय हालमार्क होगा उसका पता आनलाइन किया जा सकेगा। साथ ही सरकारी एजेंसी बीआइएस को पता होगा कि किस दुकानदार ने कितने आभूषणों की बिक्री की है।

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