भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

आनंद और उत्साह से भरा है… मध्य प्रदेश का माहौल

  • होली की शुभकामनाएं

शिवराज सिंह चौहान
होली प्रेम का त्यौहार है। होली रंगों का त्यौहार है, होली उत्साह का पर्व है। होली एकता और भाईचारे का त्यौहार है और इस बार की होली तो अद्भुत है। पिछले 2 सालों से कोविड के कारण हम होली नहीं मना पाये थे, लेकिन अब कोविड नियंत्रण में है। प्रदेश का माहौल आनन्द से और उत्साह से भरा हुआ है। आम के बौरों की महक पूरे प्रदेश में बिखरी हुई है। टेसू पलाश के फूलों का रंग अलग दृश्य उपस्थित कर रहा है। किसान की फसलें पक कर तैयार हैं। गेंहू की छटा खेतों में अद्भुत लगती है। इस बार रिकार्ड उत्पादन होने की संभावना है और किसान की फसलों के रेट भी बहुत अच्छे मिल रहे हैं। अभी-अभी फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों के खातों में 7 हजार 618 करोड़ रुपये डाले गये। पिछले 2 सालों में फसल उपार्जन के पैसे, बिजली की सब्सिडी 0 प्रतिशत ब्याज पर कर्जा, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना और राहत की राशि अगर सब मिला ली जाये तो 1 लाख 72 हजार करोड़ रुपये किसान के खाते में आया है।



अभी-अभी हमने तय किया है, कि पिछली सरकार के लोगों ने वादा किया था 2 लाख तक के कर्जा माफी, इस धोखे में कई किसान डिफाल्टर हो गये। कर्जा नहीं चुकाया था, उनका ब्याज भी भरने का हमने फैसला किया है। कोविड के काल में बिजली के बिल स्थगित कर दिये गये थे, और बिल बड़े-बड़े आ रहे थे और इसलिए हमने फैसला किया कि गरीब के सिर पर इन बिलों को बोझ नहीं बनने देंगे और इसलिए कोविड काल के 88 लाख से ज्यादा भाई और बहनों के परिवारों के 6 हजार 400 करोड़ के बिजली के बिल अब हम भरवायेंगे। कर्मचारी भाईयों को भी 11 प्रतिशत महंगाई भत्ते की सौगात लगभग 6 हजार करोड़ रुपये होती है दी गई है। बच्चे भी अब स्कूल जा रहे हैं पढ़ाई कर रहे हैं। परीक्षायें हो रही हैं। इसलिए मेरे बहनों और भाईयों होली पूरे उत्साह के साथ मनाईये, आनन्द के साथ मनाइये। सभी गिले शिकवे भूल जाइये अगर कहीं दिलों में दीवार हो तो तोड़ दीजिये। प्रेम की गंगा बहाइये हम सब मिलकर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए काम करें। होली उत्साह से मनायें, जोश से मनायें, आनन्द से मनायें शालीनता से भी मनायें और होली जब जलायें तो कृपया करके पेड़ नहीं काटना है, पेड़ तो लगाएंं, अगर होली जलाना है तो गौ काष्ठ खरीद के लाईये, मतलब गाय के गोबर से बना हुआ। इसको गौ काष्ठ कहते हैं। मैं भी गौ काष्ठ से ही होली जलाउंगा, लकड़ी नहीं। आप भी गौ काष्ठ जलाईये। होली बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व है। इसलिए अच्छाई हम अपने अंदर धारण करें क्योंकि अंतत: विजय अच्छाई की होती है, सच्चाई की होती है। एक अपील और है स्वच्छ सर्वेक्षण चल रहा है। स्वच्छता का अपने गांव और शहर को स्वच्छ रखिये ताकि स्वच्छता में प्रदेश नम्बर 1 पर आ जायें। अपने गांव को आगे बढ़ाने के लिए अपने शहर को आगे बढ़ाने के लिए हमारी भी तो ड्यूटी है। इसलिए गांव का गौरव दिवस मनाईये, शहर का गौरव दिवस मनाइये और अपनी तरफ से जरूर अपने प्रदेश के लिए कुछ न कुछ अपने गांव के लिए, शहर के लिए, जरूर कुछ न कुछ तो कीजिए। आओ, मेरे बहनों और भाईयों, प्रेम के इस पर्व को, उल्लास के इस पर्व को, आनन्द के इस पर्व को, पूरे उत्साह के साथ मनायें गिले शिकवे भूल जायें और प्रधानमंत्री जी के आहवान पर आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर मप्र बनाएंं। होली की शुभकामनायें, भगौरिया की भी राम-राम, रंगपंचमी की भी बधाई।
बहुत-बहुत धन्यवाद।
(लेखक मप्र के मुख्यमंत्री हैं)

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