- लोनिवि मंत्री के बयान के जवाब में नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा फंड की कमी नहीं
भोपाल। प्रदेश में सड़कों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सड़कों को ठीक करने के निर्देश दे चुके हैं, सड़कों की स्थिति में ज्यादा सुधार तो नहीं हुआ है, लेकिन अब सड़कों को लेकर सरकार के दो मंत्री आमने-सामने आ गए हैं। दो दिन पहले लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा था कि फिलहाल फंड की कमी है। इसके जवाब में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि फंड की कमी नहीं है। खास बात यह है कि दोनों मंत्री सागर जिले से हैं और आपस में टकराने से बचते रहे हैं।
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह के बयान पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि फंड की कमी नहीं होती तो भोपाल नगर निगम की आर्थिक हालत इतनी खराब नहीं होती कि बिजल बिल जमा नहीं होने पर भोपाल की सड़कों पर अंधेरा पसरा रहे। प्रदेश की अन्य निकायों की हालत ठप पड़ी है। राजधानी भोपाल ही नहीं अन्य शहरों की सड़कें भी गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। गोपाल भार्गव के सड़कों के लिए फंड नहीं होने के बयान दो दिन बाद नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव के बयान पर कहा कि मुझे जानकारी है कि जहां पर भी जितने बजट की जरूरत है, उतना सरकार के पास उपलब्ध है।
गडकरी की माफी के बाद सामने आए मध्यप्रदेश की सड़कों की गड्ढे
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में जबलपुर में आयोजिक एक कार्यक्रम में सड़क नहीं बनने पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी थी। इसके बाद से मप्र की सड़कों के गड्ढे एक बार फिर सुर्खियों में है। पिछले महीने दीपावली पर्व के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भ्ीा भोपाल की सड़कों निकले थे। गड्ढे देखकर मुख्यमंत्री ने अफसरेां की बैठक बुलाई और 15 दिन में सड़कें दुरुस्त करने के निर्देश दिए। हालांकि राजधानी की सड़कों की स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं हुआ है। Share: