भोपाल। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने सोमवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि विकसित मध्यप्रदेश की परिकल्पना से विकास की रफ्तार तेज होगी और जन-मानस में खुशहाली आयेगी। इस संबंध में विभागीय अधिकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रभावी भूमिका निभायें। प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने की राज्य शासन की मंशा में सभी अधिकारी प्रशासनिक क्षमता, कर्मठता, परिश्रम और प्रमाणिकता के साथ कार्य करें। मंत्री ने कहा कि प्रदेश में हर दो माह में ग्रामसभाएँ आयोजित हों, जिसमें सभी ग्रामवासियों की विशेष रूप से उपस्थिति सुनिश्चित करें। ग्रामसभा में शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जायेगी। हर ग्राम में शांतिधाम बनेगा तथा निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की सतत मॉनीटरिंग होगी। महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत ग्रामीण परिवारों के वयस्क व्यक्ति, जो अकुशल श्रम करने के योग्य हैं, इनके परिवार को वर्ष में कम से कम 100 मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। सार्वजनिक एवं निजी परिसम्पत्तियों का सृजन, जो स्थाई हो, किया जायेगा।
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के विकास एवं उन्नति के लिये और अन्य प्रयोजनों के लिये पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाना आवश्यक है। राज्य शासन ने जल-संरक्षण और संवर्धन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
बोलीं- बंगाल के लोग राज्य को चलाएंगे, न कि बाहर के लोग नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस की रैली में आज केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि आज देशभर में भय के राज के कारण लोग अपनी बात रखने […]
पेट्रोल और डीजल ने बिगाड़ा बजट भोपाल। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम ने आम आदमी के बजट को बहुत गड़बड़ा दिया है। सामान्य व्यक्ति जो अपने दैनिक कार्यों के लिए दो पहिया वाहन में एक दिन में करीब एक लीटर पेट्रोल जलाता था, उसका खर्च बढ़ गया है। ईंधन पर उसे हर महीने लगभग […]
निगम-मंडलों के नवनियुक्त अध्यक्ष-उपाध्यक्ष अपने साथ ला रहे समर्थक भोपाल। राज्य शासन द्वारा पिछले महीने नियुक्त निगम-मंडलों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पदभार ग्रहण करने के लिए समर्थकों की भीड़ के साथ भोपाल पहुंच रहे हैं। वे प्रदेश भाजपा मुख्यालय से पदभार ग्रहण करने के लिए संबंधित कार्यालय जाते हैं। सोमवार को पर्यटन निगम के अध्यक्ष […]
भोपाल। इस बार उपचुनावों में बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवारों की मौजूदगी भाजपा-कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है। कुल 28 सीटों पर 179 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं। यह संख्या पिछले चुनाव म से 20त्न अधिक है। उल्लेखनीय है कि अब तक उपचुनावों से दूर रहने वाले निर्दलीयों की भारी मौजूदगी के पीछे […]