नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी की गिनती लिमिटेड ओवर क्रिकेट के सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में होती है. वो गेंद और बल्ले दोनों से ही कुछ गेंद में ही खेल का रुख पलटने की काबिलियत रखते थे. उन्होंने एक नहीं, कई मर्तबा ऐसा करके भी दिखाया था. वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक का उनका रिकॉर्ड 18 साल तक बरकरार रहा.
अफरीदी ने आज ही के दिन 9 साल पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ गयाना में हुए एक वनडे में गेंद और बल्ले दोनों से धमाकेदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने इस मैच में 12 रन देकर 7 विकेट झटके थे, जो वनडे में किसी गेंदबाज का दूसरा बेस्ट प्रदर्शन है. वहीं, एक स्पिन गेंदबाज के तौर पर सबसे बेहतर प्रदर्शन.
पाकिस्तान की टीम 2013 में वेस्टइंडीज दौरे पर गई थी. तब पाकिस्तान ने 5 वनडे की सीरीज में कैरेबियाई टीम को शिकस्त दी थी. इस सीरीज का पहला मुकाबला गयाना में खेला गया था, जिसे पाकिस्तान ने 126 रन से जीता था. इस मैच में वेस्टइंडीज के कप्तान ड्वेन ब्रावो ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था.
कैरेबियाई गेंदबाजों ने 50 रन के भीतर पाकिस्तान की आधी टीम को पवेलियन भेज, अपने कप्तान के इस फैसले को सही साबित किया. इसके बाद शाहिद अफरीदी एक छोर पर डट गए और उन्होंने 55 गेंद में ताबड़तोड़ 76 रन ठोक डाले. उनके अलावा कप्तान मिस्बाह उल हक ने भी 52 रन बनाए. इन दोनों के अलावा कोई पाकिस्तानी बल्लेबाज नहीं चला. फिर भी, पाकिस्तान ने 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 224 रन बनाए.
अफरीदी के तूफान में उड़े कैरेबियाई बल्लेबाज
वेस्टइंडीज की टीम जब बल्लेबाजी के लिए उतरी तो उसका हाल भी पाकिस्तान जैसा ही हुआ. पहले मोहम्मद इरफान और फिर बल्ले से धमाल मचाने वाले अफरीदी ने गेंद से कमाल दिखाया और 50 रन के भीतर ही वेस्टइंडीज के 6 बल्लेबाज आउट हो गए. अफरीदी ने अपने दूसरे ओवर में ही लेंडल सिमंस को स्टम्प कराया और अगली ही गेंद पर ड्वेन ब्रावो को एलबीडब्ल्यू आउट कर वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी की कमर ही तोड़ दी.
अफरीदी ने केमार रोच को आउट कर मैच में अपने 5 विकेट पूरे किए. 6 ओवर बाद वो दोबारा गेंदबाजी के लिए आए और सुनील नरेन, जेसन होल्डर को आउट कर मैच में 9 ओवर में 3 मेडन समेत 12 रन देकर कुल 7 विकेट झटके. यह वनडे क्रिकेट में किसी गेंदबाज का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. वेस्टइंडीज की पूरी टीम 98 रन पर ऑल आउट हो गई और पाकिस्तान यह मैच 126 रन से जीत गया.
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