विदेश

कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर पहुंचा, फ्रांसीसी फुटबॉलर पॉल पोग्बा ने शेयर किया ये पोस्‍ट

नई दिल्ली। कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद (Hijab Controversy karnataka) अब इंटरनेशनल लेवल (international level) पर पहुंच गया है. इस विवाद में इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड (English football club Manchester United) के फ्रांसीसी फुटबॉलर पॉल पोग्बा (French footballer Paul Pogba) ने भी एंट्री कर ली है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए टिप्पणी की है.
पॉल पोग्बा (Paul Pogba) ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया. इसमें एक तरफ छात्र भगवा गमछा गले में डालकर नारे लगाते दिख रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर छात्राएं हिजाब पहने हुए नारेबाजी करती दिख रही हैं.



फ्रांस के मिडफील्डर पॉल पोग्बा ने एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें लिखा है कि भारत के कॉलेज में हिजाब पहने हुए लड़कियों को भीड़ ने परेशान किया. वीडियो के नीचे भी इस फुटबॉलर ने एक लाइन लिखी.
दरअसल, हाल ही में कर्नाटक सरकार ने राज्य में Karnataka Education Act-1983 की धारा 133 लागू कर दी है. इसके तहत अब सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल-कॉलेजों में छात्रों को यूनिफॉर्म अनिवार्य रूप से पहनना होगा. प्राइवेट स्कूल भी अपनी खुद की एक यूनिफॉर्म चुन सकते हैं.
इस फैसले को लेकर जनवरी में ही विवाद शुरू हो गया था. यह विवाद उडुपी के एक सरकारी कॉलेज से उपजा, जहां कॉलेज प्रशासन के मना करने के बावजूद 6 छात्राएं हिजाब पहनकर कॉलेज पहुंच गई थीं. उस विवाद के बाद से ही दूसरे कॉलेजों में भी हिजाब को लेकर बवाल शुरू हो गया.
कर्नाटक के स्कूल-कॉलेजों में धार्मिक लिबास हिजाब पर रोक के आदेश के बाद बवाल मचा हुआ है. विवाद कर्नाटक और वहां के स्कूलों-कॉलेजों से होते हुए देश के बाकी हिस्सों में पहुंच गया है. इसपर अब विभिन्न पार्टियों के राजनेता भी आमने-सामने हैं. दिल्ली-मुंबई में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. अब यह मामला इंटरनेशनल लेवल पर भी पहुंच गया है.

Share:

Next Post

RBI ने e-RUPI वाउचर्स की कैप बढ़ाकर एक लाख रुपये की, अब होगा ये फायदा

Fri Feb 11 , 2022
मुंबई । रिजर्व बैंक ने e-RUPI प्रीपेड डिजिटल वाउचर की सीमा को 10,000 रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है। इसके साथ ही, लाभार्थियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं (Government Schemes) के डिजिटल वितरण की सुविधाओं के लिए कई बार उपयोग की अनुमति भी दे दी है। उल्‍लेखनीय है कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ […]