भोपाल। फिल्म द कश्मीर फाइल्स (Film The Kashmir Files) को लेकर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) कैडर के आईएएस अधिकारी नियाज खान (IAS officer Niaz Khan) के ताजा ट्वीट को लेकर राजनीति गरमा गई है. दरअसल नियाज खान ने ट्वीट कर लिखा कि कई राज्यों में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए भी एक फिल्म बनानी चाहिए। आईएएस नियाज खान के इस ट्वीट पर भाजपा ने तीखा पलटवार किया है. भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा (BJP MLA Rameshwar Sharma) ने ट्वीट कर लिखा है कि अगर आपको किसी वर्ग का रहनुमा बनने का शौक है तो आईएएस की नौकरी छोड़कर मैदान में आइए।
क्या है मामला
बता दें कि इन दिनों देश में कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से पलायन के मुद्दे पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स की खूब चर्चा है.कई लोग इसकी खूब तारीफ कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग इस फिल्म की आलोचना भी कर रहे हैं. अब मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी नियाज खान ने द कश्मीर फाइल्स को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि “कश्मीर फाइल्स ब्राह्मणों का दर्द दिखाती है. उन्हें पूरे सम्मान के साथ कश्मीर में सुरक्षित रहने की अनुमति दी जानी चाहिए. निर्माता को कई राज्यों में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए भी एक फिल्म बनानी चाहिए. मुसलमान कीड़े नहीं बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं।”
भाजपा विधायक का तीखा पलटवार
आईएएस के इस ट्वीट पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने तीखा पलटवार किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि चलिए 30 साल बाद ही सही आपने माना तो कि कश्मीरी पंडितों-हिंदुओं के साथ अन्याय, अत्याचार, बर्बरता हुई। 30 साल बाद आपने माना तो इस्लामिक कट्टरवाद, जिहाद के लिए कैसे हिंदुओं को मिट्टी में मिलाने की सोच का उदाहरण 19 जनवरी, 1990 को पेश किया गया।
अन्य ट्वीट में रामेश्वर शर्मा ने लिखा कि यदि इस इस्लामिक कट्टरवाद को नहीं रोका गया तो भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश के लिए कितना घातक होगा. इस पर रिसर्च कर नॉवेल कोई आईएएस (आप जैसे) द्वारा लिखा जाएगा तो निश्चित रूप से यह देश को आगाह करने के लिए द कश्मीर फाइल्स से ज्यादा कारगर सिद्ध होगा।
भारतीय प्रशासनिक सेवा में रहते हुए सिर्फ एक वर्ग के प्रति आपकी चिंता व्यक्त करना कहीं न कहीं संघ लोक सेवा आयोग के आचरण नियमों के विपरीत है. फिर भी आपको किसी वर्ग का रहनुमा बनने का शौक है तो आईएएस की नौकरी छोड़कर मैदान में आइए।
भाजपा विधायक ने ट्वीट में लिखा कि मैं मध्य प्रदेश सरकार से भी आग्रह करता हूं कि इनके कथन पर स्पष्टीकरण लिया जाए और पूछा जाए कि देश में ऐसा कौन सा प्रांत है, जहां मुसलमानों को मारा जा रहा है. वैसे तो देश में कहीं दंगे नहीं हो रहे हैं ना हो पाएंगे लेकिन पूर्व में भिवंडी, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, बंगाल, केरल में हिंदू मुस्लिम दंगों में भी हिंदुओं की मौत का आंकड़ा मुस्लिमों की मौत से ज्यादा निकलेगा।
अंत में भाजपा विधायक ने लिखा कि एक बात और नियाज खान जी…मुस्लिमों के लिए कीड़ा मकोड़े जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करें क्योंकि भारत में सच्चे देशभक्त एपीजे अब्दुल कलाम साहब, अशफाकुल्लाह खां जैसे भी हुए हैं।
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