रतलाम। मध्य प्रदेश में नकली अवैध शराब (counterfeit illicit liquor) बनाने का धंधो तेजी से चल रहा है। हाल ही में जहरीली शराब (alcohol) से जहां मंदसौर (Mandsore) में कई लोगों की मौत हो चुकी तो कई की तबियत खराब हो जिनका अस्तालों में इलाज चल रहा है, हालांकि इस घटना के बाद प्रशासन चेता और सूबे में तबातोड़ अवैध शराब बनाने वाले अड्डों पर छापे पड़ने लगे है। इसके बाद भी शराब माफियाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। गत दिवस रतलाम जिले में पुलिस ने एक शराब फैक्ट्री पर धावा बोला। जहां भारी मात्रा में शराब बनाने का सामान जब्त किया गया।
इस संबंध में एसपी गौरव तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जावरा की औद्योगिक थाना पुलिस द्वारा सोहनगढ़ गांव के पास अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़े जाने का खुलासा किया। जहां से पुलिस ने बड़े पैमाने पर मौत का सामान, यानि, यूरिया, स्प्रिट, खाली बोतले, ढक्कन, और शराब के लेबल जप्त किए है। वही जहरीली शराब जप्त की है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अवैध शराब बनाने और बेचने का यह नेटवर्क मध्य पदेश गुजरात और राजस्थान तक फैला हुआ है। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगो को गिरफ्तार किया है, वहीं 6 आरोपी फरार है जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक सूचना मिली थी कि सोहनगढ़ गांव में खेत के बीच अवैध शराब की फैक्टरी संचालित की जा रही है। पुलिस ने दबिश दी तो मोके से 3 आरोपी मोइन, सुरेश और प्रभुलाल को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन 6 आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मौके से 15 लाख रुपए से ज्यादा की नकली शराब पकड़ी है, मौके से दो वाहन भी जब्त किया। पुलिस का कहना है कि फिलहाल पूरे मामले की जांच शुरु कर दी है. हो सकता है। यह एक बड़ा अंतरराज्यीय गिरोह हो जो अवैध शराब का यह कारोबार कर रहा हो। जांच के बाद इस पूरे गिरोह का खुलासा होगा।
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