आचंलिक

भाजपा और कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों पर निर्दलीयों की चोट

  • यह कहना जल्दबाजी होगी की ऊंट किस करवट बदलेगा

विदिशा। नगरीय निकाय चुनाव के लिए मतदान की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है। वैसे-वैसे भाजपा, कांग्रेस, आप सहित निर्दलीय पार्षद पद के प्रत्याशियों ने अपने-अपने पक्ष में मतदाताओं को रिझाने के लिए कई तरह के जतन तेज कर दिए हैं। अब तो हालात यह हो गए हैं कि अधिकांश वार्डों में मतदाताओं को प्रचार वाहन में लगे माइकों की ध्वनि से ऊब गए हैं।वहीं दूसरी और मतदाता जैसे ही अपने-अपने वार्डों में किसी कार्य से घर से बाहर निकल रहे हैं तो राजनैतिक दलों के अधिकृत पार्षद पद के प्रत्याशियों के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी और उनके समर्थकों का सामना हो जाता है और फिर चरण वंदना और कई तरह के आश्वासनों के साथ मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए संवाद करते नजर आ रहे हैं। वहीं मतदाता भी जो भी प्रत्याशी उनसे घर या बाहर मिल रहे हैं। उन्हें मतदाता भी उनके ही पक्ष में मतदान करने का भरोसा दिला रहे हैं। शहर के लगभग कई वार्डों में निर्दलीय और आप पार्टी के प्रत्याशियों ने भाजपा और कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों की नींद हराम कर दी है। चुनाव प्रचार से लेकर इन वार्डों में राजनैतिक पार्टियों के अधिकृत प्रत्याशियों पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। हालांकि अभी यह कहना है जल्दबाजी होगी की ऊंट किस करवट बदलेगा। वहीं भाजपा और कांग्रेस के जिम्मेदार नेताओं ने मतदान तिथि के नजदीक आते ही अंतिम दौर की रणनीति भी तैयार कर ली है। वहीं शहर के अधिकांश वार्डों में मतदाता भी खुलकर सार्वजनिक स्थानों पर किसके पक्ष में मतदान करेंगे यह कहने से बचते नजर आ रहे हैं।

सड़क, बिजली और पानी की समस्या बरकरार
देश को आजाद हुए 75 वर्ष हो गए हैं। लेकिन शहर के कई वार्डों में सड़क, बिजली और पेयजल की समस्या आज भी बरकरार है। कई वार्डों में स्टेट लाइट आज भी नहीं लगीं हैं। जहां लगीं है तो उनमें से कई बंद पड़ी हैं। हालांकि समय-समय पर जिन वार्डों में सड़क की समस्या थी वहां पर तत्कालीन समय में वार्ड में रहे जनप्रतिनिधियों के द्वारा सड़क निर्माण का कार्य कराया गया। लेकिन गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य होने के कारण कही वार्डों में रोड की समस्या भ्रष्टाचार और कमीशन भेंट चढ़ गई। वहीं आज भी शहर में ऐसे कई इलाके हैं जहां पर जनता आज भी सड़क निर्माण और पेयजल की समस्या का सामना कर रहे हैं। लेकिन नगरीय निकाय चुनाव लड़ रहे राजनैतिक पार्टियों के अधिकृत पार्षद पद से उम्मीवारों के द्वारा सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। जबकि कुछ वार्डों पर दृष्टि डालें तो वहां पर पिछली परिषद में रहे पार्षदों के द्वारा कोई विशेष कार्य नहीं किए गए हैं। जिससे की वार्ड के मतदाताओं को राहत मिले। गड्ढों में तब्दील सड़कें व गंदगी का सामना कई वार्डों में मतदाता आज भी कर रहे हैं।


लगातार बारिश खोलेगी जनप्रतिनिधियों की पोल
मानसून ने दस्तक दे दी है। लगातार 3 से 4 घंटे की तेज बारिश अभी नहीं हुई है। हालांकि तीस मिनट से लेकर एक घंटे की बारिश शहर में एक दो बार हो चुकी है। जिससे शहर के अधिकांश वार्डों में जनप्रतिनिधियों के द्वारा किए गए विकास कार्य की पोल खोल दी थी। हालात यह बए गए थे कि कई जगह पर जल भराव और गड्ढों में तब्दील रोड कीचड़ से सने नजर आ रहे थे। मतदान 06 जुलाई को होना है यदि इसके पूर्व लगातार चार पांच घंटे की तेज बारिश हो जाती है तो भाजपा और कांग्रेस के अधिकृत पार्षद पद के प्रत्याशियों को इसका खामियाजा भुगतने का सामना करना पड़ सकता है।

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