आचंलिक

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में रातापानी अभ्यारण का स्थापना दिवस समारोह का आयोजन

औवेदुल्लागंज। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में रातापानी अभ्यारण का 47वां स्थापना दिवस समारोह के दो दिवसीय आयोजन का शुभारंभ अशोक वर्णवाल प्रमुख सचिव वन मध्यप्रदेश शासन द्वारा दीप प्रज्वलन कर दिया गया। इस अवसर पर रमेश कुमार गुप्ता प्रधान मुख्य वनरक्षक एवं वन मंडल प्रमुख मध्यप्रदेश डॉ अभय कुमार पाटिल,प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम से जसवीर सिंह चौहान , प्रधान मुख्य वन रक्षक वन्य प्राणी एवं मुख्य वन्य प्राणी अभी रक्षक शुभ रंजन सेन ,अपर प्रधान मुख्य वन रक्षक वन्य प्राणी से एचसी गुप्ता ,मुख्य वन प्राणी संरक्षक भोपाल वृत्त एवं संचालक वन विहार राष्ट्रीय उद्यान विजय कुमार वन मंडल अधिकारी वन मंडल औबेदुल्लागंज से एके जैन सहायक संचालक ,वन विभाग से सुनील भारद्वाज अधीक्षक के शिक्षक विद्यार्थी गण तथा अनेक अभिभावक एवं मीडिया कर्मी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विशेष रूप से सेवा नेतृत्व प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉक्टर सुभाष कुमार एवं सीएमएस डूंगरियल सेवानिवृत्त अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक को आमंत्रित किया गया ।

अतिथियों का आभार माना
कार्यक्रम का मंच संचालन डॉक्टर रुही हक उप वन मंडल अधिकारी सुल्तानपुर द्वारा किया गया । एचसी गुप्ता मुख्य वन संरक्षक भोपाल एवं संचालक वन विहार द्वारा वन विहार के संबंध में विजय कुमार वन मंडल अधिकारी औबेदुल्लागंज द्वारा रातापानी अभ्यारण्य के संबंध में प्रस्तुत की गई इस अवसर पर अशोक वर्णवाल प्रमुख सचिव द्वारा रातापानी अभ्यारण्य प सर्वेक्षण रिपोर्ट, वन विहार इंसेक्ट सर्वे रिपोर्ट, वन विहार बटरफ्लाई कंजर्वेशन रिपोर्ट ,एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म पोस्टर का विमोचन किया गया साथ ही वन विहार सॉफ्टवेयर बेस्ट ऑनलाइन टिकेटिंग अपग्रेडेशन का शुभारंभ किया गया । मुख्य अतिथि द्वारा पर आधारित फोटो प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया। प्रदर्शनी में जल प्रपात ऐतिहासिक महल ,बावड़ी, विविधता आदि का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में अंत में सीएचसी गुप्ता मुख्य वन संरक्षक भोपाल वृत्त एवं संचालक वन विहार द्वारा सभी अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया गया।


अभ्यारण्य में लगभग 40 से अधिक बाघ पाए जाते हैं
यहां यह उल्लेखित है,कि रातापानी अभ्यारण्य की स्थापना 2 जुलाई 1976 में की जाकर इसे अभ्यारण के रूप में अधिसूचित किया गया ।रातापानी कुल 825.9 किलोमीटर क्षेत्र में विस्तारित है। यह रायसेन जिले के अंतर्गत भोपाल वन वृत्त अब्दुल्लागंज वन मंडल के अधीन आता है। रातापानी अभ्यारण्य क्षेत्र में लगभग 40 से अधिक बाघ पाए जाते हैं ।अभ्यारण्य क्षेत्र से लगभग 249 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती है । यहा वन्य प्राणी एवं पक्षियों के लिए उपयुक्त रेहवास पाया जाता है। भोपाल शहर से लगे रातापानी अभ्यारण्य क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न पर्यटन स्थल हैं । जिनमें भीम बेटिका शैला रातापानी जलाशय , केरी महादेव, रणभैसा इमलाना का बाग क्षेत्र ,गिन्नौरगढ़ किला, बड़ी आमखोह आदि ऐसे स्थल जहां पर्यटक भ्रमण हेतु आते हैं पर्यटकों हेतु विशेष रूप से अभ्यारण्य क्षेत्र में सफारी का संचालन किया जाता है। जो कि कोलार रोड स्थित झिरी से पर्यटक हेतु निर्धारित शुल्क पर उपलब्ध रहती है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अत्यंत समीत नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण अनंत संभावनाओं भरा अद्भुत क्षेत्र है।

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