इंदौर न्यूज़ (Indore News)

दुनिया की हर कार में भारत का पुर्जा, अब फाइटर जेट तक बना रहे

  • एयरपोर्ट पर ही वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने खाए पोहे और कचोरी, प्रवासी महिला उद्यमियों से भी मिलीं, लौटते वक्त ताई से मिलने घर भी पहुंचीं

इंदौर। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी प्रवासी भारतीय सम्मेलन के समापन दिवस पर इंदौर पहुंची और उन्होंने महिला उद्यमियों से तो चर्चा की ही, वहीं दिल्ली लौटते वक्त पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ताई से मिलने उनके घर भी पहुंची। वित्त मंत्री ने कहा कि देश में बनने वाली हर कार में कोई ना कोई पुर्जा भारत का बना लगा रहता है। अब तो फाइटर जेट, एयर बस, एयर क्राफ्ट तक भारत में बन रहे हैं। वहीं हजारों की संख्या में इंजीनियर्स, सेमीकंडक्टर डिजाइन कर रहे हैं, तो दुनिया के 15 में से 14 हीरे भारत में तराशे जा रहे हैं। भारत चीप डिजाइनिंग में भी अग्रणी बन चुका है और यहां की 58 कम्पनियां दुनिया के उद्योग जगत में नेतृत्व कर रही है।

कल दोपहर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ एयरपोर्ट पहुंची और वहां उन्होंने इंदौरी पोहे-जलेबी का स्वाद भी लिया और फिर आयोजन स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर आई। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी उनका स्वागत किया और उनसे अलग से चर्चा भी की। वहीं श्रीमती सीतारमण ने अपने संबोधन में कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की बात दोहराते हुए कहा कि भारत कोई एक उत्पाद में नहीं बल्कि देश का हर जिला किसी न किसी विशेष उत्पाद से समृद्ध है।


वाराणसी, कांजीवरम की साडिय़ाँ, मुरादाबाद, सेलम के बर्तन, बासमती चावल, मसाले, हस्तशिल्प आदि उत्पादों की एक अपार श्रंखला है, जिसको आप अपने-अपने देशों में पहुँचाएं। उन्होंने बाँस का उदाहरण देते हुए कहा कि हिन्दुस्तानी बाँस को हस्तशिल्प के जरिये क्रिसमस के मौके पर देश के कोने-कोने तक पहुँचा कर शिल्पकारों और व्यवसाइयों की मदद के साथ भारत की उत्तम छवि का निर्माण भी किया जा सकता है। केन्द्रीय मंत्री श्रीमती सीतारमण ने कहा कि आज भारत की बढ़ती आत्म-निर्भरता का प्रमाण है कि प्रत्येक कार में कोई न कोई पुर्जा भारत का बना हुआ है। फाइटर जेट, एयर बस, एयर क्राफ्ट भारत में बन रहे हैं। हजारों की संख्या में इंजीनियर्स सेमी-कंडक्टर डिजाइन बना रहे हैं। विश्व के 15 में से 14 हीरे भारत में तराशे जा रहे हैं। सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात है कि भारत चिप डिजाइनिंग में अग्रणी बन चुका है। वहीं आस्ट्रेलिया की श्रीमती मीतू भौमिक, जाम्बिया की श्रीमती सजनी अनाका रेड्डी, स्पेन की श्रीमती कविता परमार, इंग्लैंड की डॉ. पूनम गुप्ता, ओमान की सुश्री देवकी खिमजी और तजाकिस्तान की श्रीमती मारिया सिद्दीका अशरफ ने अपनी अनूठी और प्रेरणादायी सफलता की कहानियों को भी साझा किया।

भारतीय उत्पाद बेहतर गुणवत्ता के साथ सस्ते भी – धर्मेन्द्र प्रधान
सम्मेलन के आखरी दिन कल कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भी शामिल हुए और उन्होंने कहा कि लगभग 3.2 बिलियन भारतीय युवा विश्व के अलग-अलग देशों में कार्यरत हैं। भारतीय उत्पाद गुणवत्ता में तो बेहतर हैंं ही, वहीं अन्य देशों की तुलना में सस्ते भी पड़ते हैं। श्विक मूल्य श्रृंखला के अनुरूप कार्य करने में भारतीय आगे है और पूरे विश्व में उपभोक्ता वस्तुओं के निर्माण में सबसे ज्यादा भारतीय जुड़े हैं। इसका सबसे बड़ा कारण उनकी कार्य-कुशलता, ईमानदारी और कार्य के प्रति समर्पण है। उन्होंने कहा कि भारत में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बेहत्तर तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है।

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