इंदौर को भी मिली करोड़ों की सौगात… सालों बाद ऑडिटोरियम हुआ शुरू, अब प्राधिकरण को संचालक ठेकेदार की तलाश
इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कल वीडियो कान्फ्रेंस (video conference) के जरिए 17 हजार करोड़ से अधिक के विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण किए। उनमें इंदौर के लिए 186 करोड़ का रेडिमेड गारमेंट पार्क और लता ऑडिटोरियम तो शामिल रहा ही, वहीं इंदौर-इच्छापुर से ओंकारेश्वर रोड (Omkareshwar Road) का शिलान्यास भी किया। 193 करोड़ रुपए से अधिक लागत में नए बस स्टैंड के साथ फोरलेन सडक़ का निर्माण होगा। इससे इंदौर से ओंकारेश्वर आना-जाना भी आसान हो जाएगा। अभी इंदौर-खंडवा दो लेन पर यातायात हमेशा ही जाम रहता है। अभी महाकाल लोक के कारण बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है और उज्जैन के साथ-साथ ओंकारेश्वर और ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए बड़ी संख्या में सडक़ मार्ग से सफर करते हैं।
प्रधानमंत्री ने सिंचाई, पेयजल, उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में इंदौर संभाग को भी बड़ी सौगात दी, जहां साइबर तहसील परियोजना की शुरुआत भी उन्होंने की, जिससे अब राजस्व संबंधित काम की गति बढ़ेगी और खसरे की खरीदी-बिक्री का दाखिला खारिज शुरू से अंत तक कागज रहित और फेसलेस ऑनलाइन निपटान के जरिए होगा। वहीं प्लग एंड प्ले पार्क परिधान उद्योग के लिए इंदौर को मिला, जो कि रेडिमेड गारमेंट कॉम्प्लेक्स परदेशीपुरा में 186 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जाएगा, जिसका जिम्मा एमपीआईडीसी को सौंपा गया है। 2.10 हेक्टेयर के चार बड़े भूखंडों को मिलाकर ये कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है, जहां पर 212 इकाइयों को जगह मिलेगी। उसके साथ ही 48 सहायक उपकरण दुकानें, 88 बिक्री कार्यालय, हॉल, बैंक, एटीएम, कैफेटेरिया, पार्किंग सहित अन्य सुविधाएं मिल सकेगी। वहीं 193 करोड़ रुपए की लागत से इंदौर-इच्छापुर रोड पर नए बस स्टैंड के निर्माण के साथ फोरलेन सडक़ भी बनेगी, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण और टेेंडर की प्रक्रिया भी हो चुकी है और 24 महीने में यानी मार्च-2026 तक इन कार्यों को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में पूरे विश्व में भारत की साख बढ़ी है। भारतीयों को सम्मान की नजर से देखा जाता है। भारत की इस बढ़ी हुई साख का सीधा लाभ निवेश और पर्यटन के क्षेत्र में होता है। आज अधिक से अधिक लोग भारत आना चाहते हैं। भारत आएंगे तो मध्य प्रदेश आना स्वाभाविक है, क्योंकि एमपी अजब है सबसे गजब है। पिछले कुछ वर्षों में ममलेश्वर, ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की स्मृति में निर्माण किया जा रहे, एकात्म धाम से यह संख्या और अधिक बढ़ेगी। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से मैं यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करता हूँ। डबल इंजन की सरकार विकास के नए सौपान गढ़ती चली जा रही है। प्रदेश में कृषि के उत्पादन क्षेत्र में सिंचाई सुविधा बढ़ाते हुए बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना की सौगात भी मध्यप्रदेश को मिली है।
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