इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इंदौर सबसे आगे राधास्वामी मेें आज से पोस्ट कोविड केयर सेंटर शुरू

25 डॉक्टरों की टीम तैनात, इलाज से हुई बीमारियां दूर करेंगे
कोरोना से जीते तो दूसरी बीमारियों से क्यों हारे
ब्लैक फंगस से लेकर भविष्य की हर बीमारी की आशंकाओं का करेंगे निराकरण
इंदौर।  कोरोना काल में जब सारे अस्पताल मरीजों से भरे पड़े थे और इलाज की व्यवस्थाओं ने दम तोड़ दिया था, ऐसे समय में जिला प्रशासन ने े ताबड़तोड़ 100 बिस्तरों के राधास्वामी कोविड केयर सेंटर की शुरुआत करते हुए उन मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करना शुरू कर दिया, जिन्हें प्राथमिक चिकित्सा के साथ ही ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही थी। इस कोविड केयर सेंटर में हजारों लोगों ने न केवल उपचार पाया, बल्कि कोरोना के भय और आतंक से भी शहर से लेकर गांव से आने वाले मरीजों को मुक्ति मिली। अब जब मरीज ब्लैक फंगस का शिकार होकर अस्पतालों के लिए दर-दर भटक रहे हैं, तब मरीजों को ब्लैक फंगस जैसी महामारी से बचाने और कोरोना के बाद फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए राधास्वामी में ही पोस्ट कोविड केयर सेंटर की शुरुआत आज से की, जहां 25 डॉक्टरों की टीम तैनात रहेगी और डे केयर की तर्ज पर एक ही दिन में मरीज की सारी जांचें की जाएंगी, ताकि वह गंभीर बीमारियों का शिकार न हो।
कोरोना आपदा प्रबंधन समिति के डॉ. निशांत खरे ने बताया कि कोरोना के इलाज के बाद मरीजों में तमाम तरह की अन्य बीमारियां नजर आने लगीं, जिनमें सबसे भयंकर प्रकोप के रूप में ब्लैक फंगस ने लोगों को शिकार बनाना शुरू किया। इसके परिणाम में मौत के साथ ही लोग जहां आंखें गंवा रहे हैं, वहीं नाक और जबड़ों के भी हिस्से निकाले जा रहे हैं। इस बीमारी का इलाज भी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऐसे समय में उक्त बीमारी से निजात पाने के लिए भी यदि प्रारंभिक तौर पर पहचान और इलाज शुरू हो जाए तो मरीजों को एक बड़ी परेशानी से बचाया जा सकता है। इसलिए जिला प्रशासन ने एक बार फिर अपने कोविड केयर सेंटर को पोस्ट कोविड केयर सेंटर यानी इलाज के बाद होने वाली बीमारियों से निजात दिलाने के लिए व्यवस्थाएं शुरू कर दी हैं। इस सेंटर में 25 डॉक्टरों की टीम के साथ ही जांच के तमाम उपकरण मौजूद रहेंगे।


4 बीमारियां
कोरोना से इलाज के बाद चार मुख्य बीमारियां लोगों में लक्षण बनकर उभरी हैं, जिनके इलाज के लिए राधास्वामी पोस्ट कोविड केयर सेंटर में रोग को पहचानने के लिए उनकी जांच और उसके इलाज की तैयारियां शुरू की जा रही हैं।

1. कोरोना के इलाज के दौरान मरीजों को बड़ी तादाद में स्टेरॉइड दिए जा रहे हैं, जिसके कारण उनकी शुगर असंतुलित हो रही है। कई मरीज जो डायबिटीज के शिकार नहीं थे उनमें भी शुगर की बीमारी हो गई है और जिन्हें शुगर की बीमारी थी उनकी भी शुगर असंतुलित हो गई है। सेंटर में शुगर की जांच की जाएगी, क्योंकि ब्लैक फंगस सहित अन्य बीमारियों का बड़ा कारण यही पाया गया है।
2. कोरोना के दौरान कई मरीज मानसिक बीमारी का भी शिकार हुए हैं। इनमें जहां इलाज के दौरान हुई त्रासदी शामिल रही, वहीं इलाज के खर्च को लेकर भी लोगों में तनाव है।
3. कोरोना के इलाज के दौरान दवाइयों के प्रभाव के चलते कई लोगों में खून के थक्के जमने की शिकायत मिली है। इस कारण कई लोग दिल के दौरे का शिकार हुए हैं। डॉक्टरों द्वारा अस्पतालों में तो खून पतला करने की दवाइयां दी जाती हैं, लेकिन घर जाकर लोग यह दवाई लेना बंद कर देते हैं और दिल की बीमारी का शिकार हो जाते हैं।
4. कोरोना ठीक होने के बावजूद कई लोगों में सांस की बीमारियां जारी हैं, क्योंकि उनके फेफड़े पूरी तरह ठीक नहीं हुए हैं। ऐसे लोगों की जांच कर उन्हें दवाइयों के साथ ही एक्सरसाइज करने के तरीके समझाए जाएंगे।


यह जांचें हो सकेंगी…
ईको, कलर ड्रापलर, ईसीजी, चेस्ट एक्स-रे, रक्त की यहां जांच हो सकेगी। इन जांचों से दिल के दौरे एवं ब्लैक फंगस की रोकथाम के लिए शरीर की नसों की जांच जहां हो सकेगी, वहीं रक्त के विकारों को भी रोका जा सकेगा।
हर बीमारी के डॉक्टर
सेंटर में कार्डियोलॉजिस्ट के साथ ही न्यूरोलॉजिस्ट और ईएनटी, यानी कान, कान, गले के डॉक्टर जहां मौजूद रहेंगे, वहीं बच्चों की बीमारियों के परीक्षण के लिए बाल चिकित्सक एवं मानसिक बीमारी के लिए साइकोलॉजिस्ट भी मौजूद रहेंगे।
सुबह आएं, शाम को जाएं
सेंटर में आने वाले सुबह आएंगे और शाम को अपनी सारी जांचें कराकर लौट सकेंगे। जांच के इच्छुक मरीज सेंटर पर फोन लगाकर पंजीयन करा सकते हैं, वहीं ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा भी उपलब्ध है।

Share:

Next Post

ब्लैक फंगस के इलाज के लिए 2000 चाहिए, 300 डोज आए

Tue May 25 , 2021
  अधिकारियों से लेकर नेता-मंत्रियों ने हथियार डाले… अस्पतालों को वितरण सौंपा इंदौर। कितने जान गंवाएं… और किसे बचा पाएं… और बेबसी के इस दूसरे दौर से गुजरते इंदौर शहर में कोरोना से राहत पाई तो ब्लैक फंगस (Black fungus)  की महामारी से लडऩे-मरने वालों की कतार लग गई… इंदौर के सबसे बड़े गरीबों के […]