- सब्जियों की बढ़ती कीमतों से महिलाएं परेशान, घर चलाना हुआ मुश्किल
भोपाल। गर्मी का पारा चढऩे के साथ सब्जियों के भाव भी आसमान छूने लगे हैं। इससे रसोई का जायका बिगड़ गया है। लोगों की थाली से हरी सब्जी और सलाद गायब होने लगी है। आगरा में 10 दिन पहले तोरई 60 रुपये किलो मिल रही थी, वहीं अब इसके दाम में 40 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। टिंडे के भी दाम 80 से बढ़कर 100 रुपये किलो हो गए हैं। टमाटर इस समय 60 रुपये किलो बिक रहा है। महिलाओं को समझ नहीं आ रहा है कि घर का खर्च कैसे चलाया और किन-किन चीजों में कटौती की जाए।
पेट्रोल और डीजल के दामों हर दिन इजाफा हो रहा है। इससे आमजन तो परेशान हैं ही, अब ट्रांसपोर्ट कारोबारी भी चिंतित हैं। पिछले 20 दिनों में जहां पेट्रोल 10.92 रुपए और डीजल 10.69 रुपए प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है। ऐसे में ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के ट्रक संचालन की लागत में दो से ढाई रुपए प्रति लीटर तक का इजाफा हो चुका है। ईंधन के दामों में बढ़ौतरी हर दिन जाशी है, ऐसे में ट्रांसपोर्टरों ने भी व्यक्तिगत रूप से मालभाड़े में 15 से 20 फीसदी वृद्धि कर दी है। हालांकि ट्रांसपोर्टरों की यूनियन स्तर पर दामों में बढ़ोतरी नहीं की गई है।
एक किलो नींबू के दाम में मिल रहा पांच किलो संतरा
गर्मी के मौसम में पहली बार नींबू ने लोगों के दांत ज्यादा खट्टे किए हैं। किलो में बिकने वाला नींबू पीस के आधार पर बिक रहा है। शहर में एक किलों नीबू के बराबर के रेट में पांच किलो संतरा मिल रहा है। नींबू 250 से 300 रुपये किलो और संतरा 55 से 60 रुपये किलो मिल रहा है। इस मौसम में नींबू की मांग अधिक बढ़ जाती है। लेकिन इसकी कीमतों में आए उछाल की वजह से लोग नींबू खरीदने से पहले सौ बार सोच रहे हैं।
20 फीसदी और बढ़ सकते हैं फल-सब्जी के दाम
उधर, ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने माल भाड़े में 30 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। एसोसिएशन का कहना है कि डीजल के लगातार बढ़ते दामों से हो रहे नुकसान की भरपाई के लिए भाड़ा बढ़ा दिया गया है। उनके इस इस फैसले का सीधा असर आम आदमी पर पड़ेगा 7 क्योंकि किराना, सब्जियां, फल समेत अन्य सभी जरूरी वस्तुओं की माल ढुलाई महंगी हो जाने से इनके दाम भी बढ़ेंगे।