इंदौर। भाजपा (BJP) ने सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) को चुनाव की घोषणा के पहले अपने साथ लेकर और उन्हें टिकट देकर जोबट (Jobat) की राजनीति में तो हलचल मचा दी थी। अब भजपाइयों का कहना है कि अगर सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) के वोट भाजपा के खाते में आते हैं तो ही भाजपा (BJP) को यहां से जीत मिल सकती है, वरना कांग्रेस (Congress) की इस परंपरागत सीट को छिना नहींजा सकता है।
जोबट (Jobat) में जिस तरह से चुनाव लड़ा गया है, उससे भाजपा (BJP) को भी सेबोटेज का डर है। ऐनसमय पर यहां से विधायक रह चुकीं सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) और पिछली बार कांग्रेस के बागी प्रत्याशी के रूप में यहां से चुनाव लड़े उनके पुत्र विशाल रावत के भाजपा (BJP) में आने के बाद भाजपा को यहां से जीत की उम्मीद है। विशाल पिछली बार कांग्रेस के बागी के रूप में यहां से 31 हजार 229 वोट लेकर आए थे, फिर भी कलावती भूरिया (Kalavati Bhuria) यहां से जीत गई थीं। उन्हें 46 हजार 67 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर भाजपा (BJP) के माधवसिंह डाबर रहे थे, जिन्हें 44 हजार 11 वोट मिले थे7 अब इस बार यहां 53.30 प्रतिशत मतदान हुआ है, जिसको कोई भी अपने पक्ष में नहीं कह सकता है। भाजपा (BJP) के दिगगजों ने यहां किला तो लड़ाया, लेकिन उनकी मेहनत कितनी काम आएगी यह तो 2 नवम्बर को ही पता चल पाएगा।