भोपाल। बाघ मूवमेंट क्षेत्र में शामिल मेंडोरा में तत्कालीन नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह की जमीन के पीएसपी (पब्लिक सेमी पब्लिक) से आवासीय लैंडयूज परिवर्तन के मामले को लेकर टीएंडसीपी के अधिकारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह से शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायतकर्ता नितिन सक्सेना ने बताया कि जंगलों के संरक्षण के बजाए पक्के निर्माणों की प्लानिंग करना शहर के लिए घातक होगा। उधर, टीएंडसीपी के अधिकारियों ने कांग्रेस शासनकाल में तैयार मास्टर प्लान में तत्कालीन विभागीय मंत्री जयवर्धन सिंह को लैंडयूज परिवर्तन कर खुश करने का काम किया है, जो आपत्तिजनक है। उन्होंने बताया कि भू-स्वामित्व के हिसाब से शहर के वन परिक्षेत्रों में खसरों के लैंडयूज की जांच होनी चाहिए। बता दें कि कलियासोत, केरवा, मेंडोरा व मेंडोरी समेत अन्य बाघ भ्रमण क्षेत्रों में रसूखदारों की बेशकीमती जमीनें हैं।
यह है मामला
अधिकारियों ने मास्टर प्लान 2031 में मेंडोरा स्थित जयवर्धन सिंह की जमीन का लैंडयूज बदलकर आवासीय श्रेणी- रेसिडेंशियल जनरल फाइव (आरजी 5) कर दिया। वर्तमान मास्टर प्लान में पीएसपी लैंडयूज निर्धारित है। वन क्षेत्र से लगे दिग्विजय सिंह के परिवार की 11 खसरों की कुल 2.45 हेक्टेयर (करीब छह एकड़) भूमि के लैंडयूज बदलने के लिए आसपास के खसरों को आवासीय लैंडयूज में तब्दील कर दिया गया।