नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली के बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के मोलड़बंद में सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान दो मजदूरों की मौत मामले में आर्थिक सहायता नहीं मुहैया कराये जाने पर दिल्ली भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कड़ा हमला बोला है। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान दो मजदूरों की मौत हो गई है, जबकि एक मजूदर अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन राज्य के मुखिया केजरीवाल को इन मजूदरों और उनके परिवार वालों की जरा सी भी चिंता नहीं है। केजरीवाल ने न तो इनके परिवार वालों को अभी तक आर्थिक सहायता दी और न ही अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार लोगों की सहूलियत के लिए जो घोषणाएं करती है वह सिर्फ एक चुनावी स्टंट होता है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि योजनाओं की घोषणाओं के विज्ञापन पर केजरीवाल सरकार करोड़ों खर्च करने से नहीं हिचकिचाती है, लेकिन उन घोषणाओं को जमीन पर लागू करने के लिए कोई भी पैसा खर्च नहीं करती है। अगर अपनी ही की गई घोषणाओं को जमीन पर लागू नहीं करवा सकते हैं तो ऐसे मुख्यमंत्री तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सोचकर भी बहुत दुख होता है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल कितनी सफाई से झूठ बोलकर लोगों को उनके हितों के नाम पर गुमराह करते हैं। मोलरबंद में हुई घटना मुख्यमंत्री केजरीवाल द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री सेप्टिक टैंक सफाई योजना पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है, असल में योजना सफाई से झूठ बोलो योजना थी।
उहोंने बताया कि नवम्बर 2019 में केजरीवाल ने मुख्यमंत्री सेप्टिक टैंक सफाई योजना का बड़े जोर-शोर से शुभारंभ किया था, कहा था कि 80 टैंक लाए जाएंगे और सेप्टिक टैंक की सफाई दिल्ली सरकार मुफ्त में करवायेगी। इसके विज्ञापनों पर करोड़ों खर्च किए गए, लेकिन वास्तविकता ढाक के तीन पात ही रही।
केजरीवाल ने पिछले छह वर्षों में किसानों की हालत बद से बदतर कर दी
किसान बिल को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि एक किसान के जीवन में रागिनी का महत्व स्पष्टतः अमिट और बहुत गहरा है। उन्होंने केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार ने पिछले 6 वर्षों से दिल्ली के किसानों की हालत बद से बदतर बना दी है। केजरीवाल सरकार किसानों का हक मार अपनी जेब भर रही है। दिल्ली सरकार ने किसानों की सहूलियत के लिए भाजपा सरकार द्वारा शुरू हुए किसान भवन बंद करवा दिए और किसानों को मजबूर कर दिया कि वह आम आदमी पार्टी विधायक के होटलों में हजारों के कमरे लेकर ठहरे। उन्होंने कहा कि आज तक किसान को किसान का दर्जा नहीं दिया, किसानों के लिए दाखिल-खारिज की कोई व्यवस्था नहीं की, किसानों की समस्याओं के निवारण के लिए दिल्ली सरकार में कोई विभाग नहीं है। किसानों के प्रति दिल्ली सरकार का यह सौतेला रवैया ज्यादा दिन तक नहीं चलने वाला है, क्योंकि अब दिल्ली भाजपा दिल्ली के किसानों की लड़ाई लड़ेगी। (एजेंसी, हि.स.)
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