इंदौर न्यूज़ (Indore News)

दो महीने बाद हजार से कम सैम्पलों की जांच

1 जून को 889 ही आया था जांच किए गए सैम्पलों का आंकड़ा
इन्दौर। कोरोना संक्रमण को लेकर लगातार बढ़ रहे आंकड़ों के बीच ये खबर चिंताजनक है कि कल 1665 सैम्पल मिलने के बाद मात्र 889 सैम्पल की जांच हो पाई, जबकि अकेले एमवाय की वायरोलॉजी लैब में ही करीब 1900 सैम्पल जांचने की क्षमता है। इसके अलावा निजी लैब भी जांच कर ही रही है, फिर भी कम जांच होना संदेह पैदा कर रहा है। ये स्थिति करीब 2 महीने बाद बनी है। 1 जून को ही 889 सैम्पल की जांच की गई थी।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कल कुल 1665 सैम्पल आए थे, जिनमें से 889 सैम्पलों की जांच की गई थी। इस जांच में 84 पॉजिटिव और 776 सैम्पल नेगेटिव पाए गए। 1 जून को कुल 1440 सैम्पल कलेक्ट किए गए थे और उनमें 889 सैम्पल की जांच की गई थी। इसके बाद अभी तक जांच का आंकड़ा 1 हजार के ऊपर ही रहा है। वहीं नेगेटिव मरीजों की संख्या भी दो महीने बाद एक हजार के नीचे पहुंची है। 2 जून को 987 सैम्पल नेगेटिव आए थे, जबकि 27 पॉजिटिव आए थे। इस दिन पॉजिटिव सैम्पल का आंकड़ा भी सबसे कम था। 1 जून को जरूर 31 सैम्पल पॉजिटिव निकले थे। इस मामले में मेडिकल कॉलेज की डीन और वायरोलॉजी लैब प्रभारी डॉ. ज्योति बिंदल से बात करने की कोशिश की, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो सकीं। अगर ये आंकड़े सही हैं तो सवाल उठता है कि सैम्पल ज्यादा होने के बावजूद जांच कम क्यों हो रही है, क्योंकि अकेले ही सरकारी लैब में 1900 जांचें हो सकती हैं। ऐसे में जब शहर आज से पूरा खोल दिया गया है तो जांच में पूरी तरह से पारदर्शिता भी जरूरी है, ताकि शहर के लोगों को सही जानकारी मिल सके।

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