- ज्योतिष चंद्रग्रहण को लेकर राशियों के हिसाब से कर रहे हैं दावे-शासकीय वेधशाला के अनुसार 2023 में कोई चंद्रग्रहण नहीं-अलग अलग तरीके से की जा रही व्याख्या
उज्जैन। 5 और 6 मई की रात्रि में उपछाया या प्रतिच्छाया चंद्र ग्रहण की खगोलीय घटना हो रही है और इस ग्रहण को मान्यता नहीं है। ज्योतिष ग्रहण को लेकर राशियों के हिसाब से अलग-अलग व्याख्या कर रहे हैं। भारतीय समय के अनुसार उपच्चछाया चंद्रग्रहण का प्रारंभ 5 मई की रात्रि 8.42 मिनट और 3 सेकंड पर शुरू होगा। मध्य की स्थिति रात्रि 10.53 बजे पर होगी। समय चंद्रमा का 98 प्रतिशत भाग पृथ्वी के उपच्छाया वाले भाग पर होगा। मोक्ष की स्थिति 6 मई की रात्रि 1.03 और 7 सेकंड पर होगी। यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण भारत में दृश्य होगा। उपच्छाया चंद्रग्रहण में चंद्रमा का कोई भी भाग पृथ्वी की वास्तविक छाया से नहीं ढंकता है बल्कि चंद्रमा पृथ्वी के उपच्छाया वाले भाग से गुजरने के कारण चंद्रमा का प्रकाश धीरे-धीरे मध्यम होने लगता है तथा मोक्ष उपरांत पुन: पूर्ण आभा के साथ चंद्रमा चमकता हुआ दिंखाई देता है । इसी कारण उपच्छाया या प्रतिच्छाया चंद्रग्रहण को सामान्यत: ग्रहण के रूप में मान्यता नहीं दी गई है। उज्जैन शासकीय वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्त के अनुसार यह खगोलीय घटना चंद्र ग्रहण की मान्यता में नहीं आती है।
आपने बताया कि उपच्छाया चंद्र ग्रहण होने के कारण उज्जैन वेधशाला में यह खगोलीय घटना दिखाने की व्यवस्था नहीं की गई है। मौसम खुला होने पर आप अपने घर पर ही रात्रि 8.42 पर चंद्रमा के प्रकाश को रात्रि 10.53 बजे तक धीरे-धीरे कम होता हुआ देख सकते हैं उसके बाद प्रकाश बढऩा प्रारंभ हो जाएगा । वहीं वर्ष 2023 के प्रथम चंद्रग्रहण को लेकर ज्योतिष दावा कर रहे हैं कि अप्रैल की तरह मई महीने में भी ग्रहों की चाल बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। महीने की शुरूआत यानि मंगलवार को शुक्र ग्रह वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश कर गए है। अब 10 मई को मंगल कर्क राशि में गोचर करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते है और इससे कई ग्रहों की युति बनती है और विभिन्न प्रकार के योग का भी निर्माण होता है। 5 मई को साल का पहला चन्द्र ग्रहण लगने जा रहा है। इसके बाद ग्रहों के सेनापति मंगल अब 10 मई 2023 को कर्क राशि में गोचर करेंगे। वे 1 जुलाई तक रहेंगे, मंगल इस राशि में 82 दिन के लिए रहेंगे और फिर सिंह राशि में गोचर कर जाएंगे। मंगल ग्रह का यह गोचर कुछ राशियों के लिए लाभदायक साबित होने वाला है। वैदिक गणित के अनुसार 10 मई को दोपहर 13.44 बजे मंगल ग्रह, कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।
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