अयोध्या। पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम पश्चात भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हो रहे हिंसात्मक घटनाओं को लेकर अयोध्या (Ayodhya) के संत समाज में नाराजगी है। घटनाओं के विरोध में तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास (Mahant Paramhans Das) ने आत्मदाह की चेतावनी दी है।
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने बीते दिनों उपवास सत्याग्रह किया था और एक बार फिर पश्चिम बंगाल में बढ़ती आपराधिक घटनाओं से दुखी संत परमहंस दास ने 8 मई को सुबह 11:00 बजे चिता पूजन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि अगर 24 मई तक पश्चिम बंगाल के हालात नहीं सुधरे तो 25 मई को संत परमहंस दास आत्मदाह कर लेंगे। परमहंस दास ने राष्ट्रपति से मांग की है कि पश्चिम बंगाल में घुसपैठिए रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर किया जाए। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि पश्चिम बंगाल के हालात बहुत खराब है उसे पाकिस्तान ना बनने दिया जाए।
परमहंस दास ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने चुनाव के बाद ही कह दिया था कि खेला होबे। जब से चुनाव जीती है तब से लगातार वहां पर आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। लोगों को मारा जा रहा है, आग लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं पश्चिम बंगाल के हालात इतने खराब है कि केंद्रीय मंत्री के काफिले पर हमला हुआ। दास ने आरोप लगाया कि जब पुलिस की मौजूदगी में मंत्रियों के ऊपर हमला हो रहा है। इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि पश्चिम बंगाल में स्थितियां कितनी खराब है।
तपस्वी छावनी के महंत ने कहा कि लोकतंत्र में स्वतंत्रता है कोई किसी को भी वोट दे सकता है और किसी का भी प्रचार कर सकता है। इसका मतलब यह नहीं कि जीतने वाला दूसरे समर्थकों का घर जला देगा उनके बेटियों के साथ बलात्कार करेगा या बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 25 मई तक स्थिति सामान्य नहीं हुई तो फिर 25 मई को हम आत्मदाह कर लेंगे। परमहंस ने मांग किया है कि हिसा में मारे गए लोगों के 10 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता एक सरकारी नौकरी दी जाए। जिनके मकान जलाए गए हैं उन्हें मकान दिया जाए।
साथ ही प्रधानमंत्री से मांग की है कि केंद्र सरकार लोगों को आश्वस्त कर भयमुक्त करें। परमहंस दास के राष्ट्रपति से मांग की है कि पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाया जाए और दोबारा चुनाव वहां पर जब हो जब घुसपैठिए रोहिंग्या मुसलमानों को नागरिकता समाप्त कर उन्हें देश से बाहर कर दिया जाए। दास ने पीएम मोदी से मांग की है कि पश्चिम बंगाल को दूसरा पाकिस्तान बनने से बचाइए।
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