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मणिपुर: इंफाल में भड़की हिंसा, भीड़ ने डीसी ऑफिस पर किया हमला; कई वाहनों में लगाई आग

इंफाल। मणिपुर की राजधानी इंफाल में फिर से हिंसा भड़क गई है। दरअसल दो युवकों की मौत के चलते यह हिंसा भड़की है जो गुरुवार को भी जारी रही। ताजा हिंसा में लोगों की भीड़ ने इंफाल में डीसी कार्यालय पर हमला कर दिया। इस दौरान डीसी ऑफिस में तोड़फोड़ की गई और दो चार पहिया वाहनों में आग लगा दी गई।

बता दें कि दो युवक बीती जुलाई में लापता हो गए थे, जिनके शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई है, जिससे लोगों का गुस्सा भड़क गया है। इसे लेकर मंगलवार से मणिपुर अशांत चल रहा है और रुक-रुक कर हिंसक घटनाएं हो रही हैं।

बीती रात भी प्रदर्शनकारियों की उरोपोक, येसकुल, सगोलबंद और तेरा इलाकों में सुरक्षाबलों के साथ झड़प हुई। सुरक्षा कर्मियों ने हालात को नियंत्रित करने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले छोड़े। सुरक्षाबलों ने जब आवासीय इलाकों में घुसने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों ने टायर और लोहे के पाइप जलाकर उनका रास्ता रोकने की कोशिश की।


इंफाल में लोगों की भीड़ ने डीसी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की और वहां कई वाहनों में आग लगा दी। हालात को देखते हुए इंफाल के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सरकार ने राज्य के अधिकार क्षेत्र में वीपीएन के माध्यम से मोबाइल इंटरनेट डाटा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से एक अक्तूबर तक निलंबित करने का फैसला किया है।

पुलिस आरोपियों की पहचान कर रही है। वहीं मणिपुर बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सुरक्षा बलों से किशोरों के खिलाफ मनमाने ढंग से लाठीचार्ज और रबर की गोलियों का इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह किया है। मंगलवार को भड़की हिंसा में 65 प्रदर्शनकारी घायल हो चुके हैं। थौबल जिले के खोंगजाम में भाजपा के एक कार्यालय में भी आग लगा दी गई।

एक अन्य घटना में लोगों की भीड़ ने पुलिस के वाहन को निशाना बनाया और उसमें आग लगा दी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट भी की गई और उसका हथियार छीन लिया। बीती 3 मई से मणिपुर हिंसा की आग में झुलस रहा है और अब तक राज्य में इस हिंसा के चलते 180 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

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