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5 घंटे में 83 जोड़ों को पढ़वाया निकाह, बारातियों को न खाना मिला-न नाश्ता

नागौर: आम तौर पर शादियों में बारातियों को नाश्ता, भोजन खिलाकर या माला पहनाकर स्वागत किया जाता है, लेकिन मकराना में संपन्न हुए एक सामूहिक विवाह सम्मेलन में अलग ही नजारा देखने को मिला. पहले तो ज्यादातर लोग इस व्यवस्था से चौंके भी लेकिन फिर नियम जानने के बाद इस इंतजाम पर संतोष भी जताया. इस सम्मेलन में बारातियों का स्वागत दूध पिलाकर किया गया. इस अनोखे अंदाज के चलते यह सामूहिक विवाह पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया.

अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन रजिस्टर्ड मकराना ने क्षेत्र के मुस्लिम समाज की शादियों के लिए नियम बना रखा है. इसके तहत लड़की पक्ष की तरफ से दिए जाने वाले प्रीतिभोज पर पहले से ही पाबंदी लगा रखी है. मकराना में हमेशा ही लड़की के परिवार की ओर से सादगीपूर्वक तरीके से निकाह की रस्म अदा की जाती है. यह भी बता दें कि अंजुमन संस्था ने इस सम्मेलन से पहले ही सभी जोड़ों को उपहार के तौर पर घर गृहस्थी के काम में आने वाला सामान भेंट कर दिया था.


अंजुमन सदर हाजी नवाब अली रांदड़ ने बताया अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन संस्था द्वारा 23वां सामूहिक विवाह सम्मेलन करवाया गया. इसमें 83 जोड़ों का निकाह 9 काजियों ने संपन्न करवाया जबकि चार काजी रिजर्व में रखे गए थे. निकाह का कार्यक्रम सुबह 9 बजे से शुरू हुआ जो दोपहर 2 बजे तक जारी रहा. मकराना थाना अधिकारी प्रमोद कुमार शर्मा ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुख्ता इंतजाम किए और जगह जगह पुलिस बल तैनात किया.

इस कार्यक्रम के दौरान मकराना नगर परिषद की सभापति समरीन भाटी, राजस्थान वक्फ बोर्ड के सदस्य इरफान अली चौधरी, नगर परिषद के उपसभापति अब्दुल सलाम भाटी, अंजुमन संस्था के सचिव हारून रशीद चौधरी, नायब सदर व सामूहिक विवाह सम्मेलन के कन्वीनर हाजी इकरामुद्दीन रांदड़, सह सचिव हाजी खुर्शीद अहमद सिसोदिया, कोषाध्यक्ष मेहबूब अली रांदड़ सहित शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद थे.

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