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एमपी के इस मंत्री ने 18 साल में बनाई 20 हजार बहनें, कांग्रेस ने बताया चुनावी प्रोपगेंडा

नई दिल्‍ली (New Dehli ) । सियासत (politics) में जब रिश्तो (relationships) के धागे भी जुड़ जाते हैं तो जमीन काफी मजबूत तैयार (Ready) हो जाती है शायद यही वजह है कि शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा (Education) मंत्री मोहन यादव (Minister Mohan Yadav )की 18 साल में 20,000 बहने बन गई.


चुनावी साल में शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव अपनी बहनों के बीच जाकर उनसे राखी बंधवा कर आगे भी साथ निभाने का वचन ले रहे हैं. 18 साल से यह सिलसिला चल रहा है. अब पूरे विधानसभा क्षेत्र में मोहन यादव की 20,000 से ज्यादा बहन है.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पहचान मामा के रूप में बनाई है. इसके बाद अब लाडली बहना योजना के जरिए उन्होंने खुद को मध्यप्रदेश की बहनों का भाई बताकर चुनावी रण में कूदने की तैयारी कर ली है. इन सबके बीच शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव भी ऐसे नेता है जिनकी अपने विधानसभा क्षेत्र में 20,000 से ज्यादा बहने हैं. मंत्री मोहन यादव के मुताबिक 18 साल पहले उन्होंने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं से राखी बंधवा कर इस आयोजन की औपचारिक शुरुआत की थी. जिसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे विधानसभा क्षेत्र में बहनों से राखी बंधवा ना शुरू कर दिया वर्तमान में उनकी 20,000 से ज्यादा बहने है जो कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में निवास करती हैं. अभी तक वे 12000 बहनों से राखी बंधवा चुके हैं.

सावन में हो जाती है राखी पर्व की शुरुआत
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव सावन का महीना शुरू होते ही राखी बनवाने का आयोजन शुरू कर देते हैं. एक महीना तक में अलग-अलग इलाकों में जाकर अपनी बहनों से मिलते हैं और राखी बंधवा कर उन्हें उपहार स्वरूप साड़ी व अन्य सामान भी वितरित करते हैं. पिछले वर्ष उनके द्वारा 15000 बहनों से राखी बंधवाई थी. इस बार सावन का पर्व लंबा है, इसलिए लक्ष्य 20000 बहनों का है.

हर साल हमारे बीच आते हैं मोहन यादव
कज्जाकपुरा की रहने वाली सविता भाई ने बताया कि जब मोहन यादव विधायक थे, उस समय भी वे उनसे राखी बंधवाने आते थे और अब मंत्री हैं तो आज भी परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है. मंत्री मोहन यादव पूरे इलाके में सभी जगह जाकर बहनों से रक्षाबंधन का पर्व मनाते हैं. राजनीति से हटकर यह पारिवारिक रिश्ता जोड़ने की अच्छी परंपरा है.

विधानसभा चुनाव आते ही याद आ गई बहने- कांग्रेस
कांग्रेस विधायक महेश परमार के मुताबिक विधानसभा चुनाव करीब आते ही मध्य प्रदेश के बीजेपी के नेताओं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बहनों की याद आने लगी है. पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू के मुताबिक उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है. विधानसभा चुनाव करीब आते ही बीजेपी के मंत्रियों की बहनों की संख्या बढ़ती जा रही है. हालांकि बीजेपी के इन मंत्रियों और विधायकों ने पिछले 18 सालों में अपनी बहनों के लिए क्या किया है? यह विचारणीय प्रश्न है. कांग्रेस शहर अध्यक्ष रवि भदोरिया के मुताबिक रक्षाबंधन के पवित्र पर्व को भी बीजेपी के मंत्री और विधायक राजनीति से जोड़ रहे हैं.

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