- निगम की टीम ने किया सर्वे, अब रहवासियों से चर्चा कर हटाएंगे बाधाएं, नपती और निशान लगाने की कार्रवाई शुरू होगी
इंदौर। पिछले कई दिनों से जंजीरवाला चौराहे से लक्ष्मी मेमोरियल हास्पिटल होते हुए अटल द्वार तक बनने वाली 60 फीट चौड़ी सडक़ का निर्माण नगर निगम जल्द शुरू करने जा रहा है। इसके लिए 100 से बड़ी बाधाएं चिंहित की गई है और रहवासियों की बैठक कर उन्हें बाधाएं हटाने के लिए सहमत किया जाएगा। 12 करोड़ की लागत से निगम यह सडक़ बनाएगा, जिसकी राशि राज्य शासन देगा। पिछले 15 दिनों से नगर निगम के अधिकारियों की टीम जंजीरवाला चौराहे से सर्वे करने में जुटी थी। जंजीरवाला से लक्ष्मी मेमोरियल हास्पिटल तक नाममात्र की बाधाएं हैं, लेकिन लक्ष्मी मेमोरियल हास्पिटल से अटल द्वार तक बड़े पैमाने पर कई मकान-दुकानों के हिस्से इसमें बाधक बन रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक सबसे ज्यादा बाधाएं विकास नगर, पानी की टीम के समीप और नेहरू नगर को जोडऩे वाली सडक़ों के आसपास है।
करीब 100 से ज्यादा ऐसी बाधाएं हैं, जिनके मकानों के काफी हिस्से सडक़ की जद में आ रहे हैं। जनकार्य समिति प्रभारी राजेंद्र राठौर के मुताबिक राज्य शासन से मिलने वाली राशि के चलते उक्त सडक़ का कार्य 12 करोड़ से किया जाएगा और इसके लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं और जल्द ही एजेंसी फायनल कर काम शुरू कराया जाएगा। उन्होंने बाताया कि 60 फीट चौड़ी सडक़ के लिए बाधक बन रहे हिस्सों को हटाने के लिए पूर्व में विधायक महेंद्र हार्डिया, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और अधिकारियों के साथ वहां दौरा हो चुका है। रहवासियों ने भी सडक़ निर्माण के लिए अपनी बाधाएं हटाने को लेकर सहमति दी थी। इसी के चलते अब निगम अधिकारी बाधाओं के मामले को लेकर क्षेत्रीय रहवासियों के साथ यह प्रयास कर रहे हैं कि रहवासी खुद ही अपने स्तर पर बाधाएं हटा लें। इसके पहले निगम की टीमें वहां पूरे क्षेत्र में नपती के साथ-साथ निशान लगाने की कार्रवाई करेगी। उक्त सडक़ के चौड़ीकरण से अब वाहन चालकों को बीआरटीएस घूमकर जाने के बजाए एमआईजी क्षेत्र के लिए सीधे इस मार्ग का उपयोग आसान रहेगा। वाहन चालक कुछ ही मिनटों में सीधे एमआईजी थाने पहुंच सकेंगे, जबकि बीआरटीएस पर कई बार ट्रैफिक का दबाव होने के कारण वाहन चालक जाम में फंसते हैं।
आर्थिक तंगी के चलते ओल्ड पलासिया पुल को चौड़ा करने का काम उलझन में
नगर निगम ने पिछले दिनों योजना बनाई थी कि वर्षों पुराने ओल्ड पलासिया के पुल का चौड़ीकरण किया जाए, ताकि वहां जाम की नौबत से वाहन चालकों को छुटकारा मिल सके। इसके लिए निगम ने कुछ एजेंसियों से पहले वहां सर्वे भी कराया, लेकिन आर्थिक स्थिति खस्ताहाल होने के चलते यह मामला उलझन में पड़ गया। पूर्व में यह प्रस्ताव भी बनाया गया था कि पुल को पूरी तरह तोडक़र नया निर्माण किया जाए। उक्त पुल से भी दिनभर में सैकड़ों वाहन चालक सीधे ए.बी. रोड पर पहुंचते हैं।