इंदौर न्यूज़ (Indore News)

बाजार को बंद रखने के साथ शोक बैठकें और उठावने भी स्थगित


– जनता कर्फ्यू के बाद इंदौर में स्वैच्छिक लॉकडाउन की मुहिम
इंदौर। जनता कर्फ्यू का तो मखौल इंदौर के उत्साहीलालों ने राजवाड़ा और पाटनीपुरा पर भीड़ लगाकर उड़ा दिया था, मगर अब बढ़ते कोरोना संक्रमण और कारोबारियों के चपेट में आने के चलते स्वैच्छिक लॉकडाउन की पहल इंदौर से शुरू हुई है। अग्निबाण की खबर ने रंग जमाया और कई व्यापारी संगठन इस पहल में जुट गए। यहां तक कि 56 दुकान के व्यापारियों ने भी शनिवार-रविवार को शाम को दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया। वहीं पिछले दिनों शोक बैठकें, उठावने में भी भीड़ होने लगी थी, जिसके चलते सिंधी समाज आगे आया और अब फोन या सोशल मीडिया के जरिए ही श्रद्धांजलि और संवेदना देने का अनुरोध किया गया है।
उपचुनाव के चलते राजनीतिक आयोजन तो भीड़भरे हो ही रहे हैं, वहीं कलश यात्राएं भी बेखौफ निकल रही हैं। वहीं शहर के कारोबारियों ने भी चौपट उद्योग-धंधों का हवाला देकर नेताओं के जरिए सारे बाजार खुलवा लिए और कोरोना लॉकडाउन के पालन को भी ताक पर रख दिया, लेकिन पश्चिमी क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक कारोबारियों की मौत और तेजी से संक्रमण का शिकार बनने के बाद खुद कारोबारियों को भी बीमारी की गंभीरता समझ आई और स्वैच्छिक लॉकडाउन की पहल की जाने लगी। सोशल मीडिया के माध्यम से भी 108 घंटे के लॉकडाउन की अपील की जाने लगी, जिसका खुलासा कल अग्निबाण ने किया। वहीं कई व्यापारियों ने दुकानों के बाहर स्वैच्छिक लॉकडाउन के नोटिस भी चस्पा कर दिए, जिनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। कल शाम कलेक्टर मनीषसिंह से भी 56 दुकान के व्यापारी मिले और शनिवार-रविवार शाम दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया, क्योंकि वीकेंड और संडे को शाम को ही ज्यादा भीड़ उमड़ रही है। वहीं पूज्य लाडक़ाना पंचायत ने भी सिंधी समाज के लोगों से अपील की कि अब शोक बैठक, पगड़ी रस्म, उठावना बैठक न रखी जाए। शोकाकुल परिवार को फोन या सोशल मीडिया के जरिए ही श्रद्धांजलि और संवेदना दें। प्रशासन ने भी व्यापारियों से अपील की है कि वह खुद इस तरह के उपाय अपनाएं। स्वैच्छिक लॉकडाउन व लेफ्ट-राइट या अन्य विकल्प पर भी विचार करें।


चोइथराम मंडी में भी स्वैच्छिक लॉकडाउन की तैयारी
कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रकरणों को देखते हुए प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम मंडी में भी व्यापारी स्वैच्छिक लॉकडाउन की तैयारी में हैं। व्यापारिक संगठन के पदाधिकारियों की आपस में चर्चा चल रही है, जिसके अनुसार आने वाले दिनों में शनिवार और रविवार को मंडी बंद रखी जा सकती है। विशेष शर्तों के आधार पर मंडी को शुरू किया गया था और मंडी में भीड़ न जुटे, इसके लिए मंडी को तीन सेक्टरों में विभाजित करते हुए मंडी खुलने और बंद होने का समय भी तय किया गया था। मगर वर्तमान में सारे नियम-कायदों की धज्जियां उड़ रही हैं और सुबह आठ से दस बजे तक मंडी में जमकर नियम-कायदों को तोड़ते हुए खरीदारी की जा रही है। हालांकि कहने को तो मंडी में थोक का कारोबार करने की ही अनुमति व्यापारियों को दी गई है, मगर खेरची कारोबार भी शुरू हो गया है। अब पदाधिकारियों द्वारा व्यापारियों को इस बात के लिए राजी किया जा रहा है कि सभी लोग मिलकर शनिवार और रविवार के दिन मंडी बंद रखें, ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके।

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