भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

गैस त्रासदी से प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है मप्र सरकार

  • मुख्यमंत्री ने त्रासदी की 38 वीं बरसी पर दी श्रद्धांजलि

भोपाल। भोपाल गैस त्रासदी की 38वीं बरसी पर सेंट्रल लाइब्रेरी, भोपाल के निकट बरकतुल्ला भवन में श्रद्धांजलि एवं सर्वधर्म प्रार्थना सभा हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गैस त्रासदी से प्रभावित लोगों के साथ राज्य सरकार साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि जब किसी मनुष्य की त्रुटि के कारण कोई दुनिया से चला जाता है, वह त्रासदी पूर्ण होता है। यूनियन कार्बाइड की गलती, उस पर नियंत्रण कर्ताओं की त्रुटि, उनकी लापरवाही के कारण लोगों का जीवन समाप्त हुआ। सैकड़ों मासूम बच्चे चले गए। युवा लोग चले गए। त्रासदी हुई तो लोग बदहवास भाग रहे थे। इस त्रासदी को 38 वर्ष हो गए। यह त्रासदी भुलाये नहीं भूलती।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल से हमें सबक लेना है। प्रत्येक जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी निभाए। जिन्होंने जिम्मेदारी नहीं निभाई, उन्हें सजा भी मिले । प्रकृति से खिलवाड़ किया जाए, यह सही नहीं। जीवों को मारना उचित नहीं। धर्मगुरुओं की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति पृथ्वी पर कुछ दिन के लिए आया है। सभी धर्मों में कहा गया है कि जीवन में अच्छे कर्म करें। बुरे कार्य का दुष्परिणाम भुगतना पड़ेगा। ईश्वर एक है। रास्ते अलग अलग हैं। प्रत्येक धर्म गुरुओं को एक साथ सुनते हैं तो सार्थक संदेश मिलता है। जीवन में जब तक व्यक्ति है अच्छे कर्म करे, अपने कर्तव्यों की पूर्ति करें। सभी का अलग-अलग दायित्व है। सभी अपने कर्तव्य का पालन करें। हमारा जीवन तभी धन्य होगा।



मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास और पर्यावरण का संतुलन आवश्यक है। विकास के नाम पर प्रकृति का विनाश उचित नहीं, सभी जगह नदियों में प्रदूषण बढ़ रहा। यदि हमने चिंतन नहीं किया तो ग्लोबल वार्मिंग की स्थितियां बनेंगी। चौहान ने कहा कि हम प्रकृति का दोहन नहीं शोषण करते हैं। इसी से विसंगति निर्मित होती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पर्यावरण को बचाना आवश्यक है। भोपाल की गैस त्रासदी एक संदेश देती है। हम प्रकृति के दोहन की जितनी भरपाई कर पाएं उतना ही उपयोग करें। यह पृथ्वी सभी के लिए है। पूरी दुनिया में यह विचार चल रहा है। अभी धरती प्रदूषित हो रही है । हम धरती और नदियों को बचाएं। प्राकृतिक संसाधन जहरीले हो रहे हैं। इसलिए विकास और पर्यावरण में संतुलन आवश्यक है। मनुष्य अपनी सीमा में रहे, सीमायें तोडऩा घातक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मिलकर पर्यावरण बचाएं ।आम जनता को संदेश देने के लिए हम अपनी सासों को बढ़ाने का कार्य करें। प्रतिदिन पौधरोपण से मैंने यह संदेश देने का प्रयास किया है। धरती को बचाकर आने वाली पीढिय़ों के हित के लिए सोचें और कार्य करें। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय ,अनेक जनप्रतिनिधि, रमेश शर्मा गुट्टू भैया, भोपाल गैस त्रासदी,राहत एवं पुनर्वास विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव श्रीमती करलीन खोंगवार,संचालक गैस राहत के के दुबे सहित अनेक अधिकारी कर्मचारी ,नागरिक बरकतउल्ला भवन सभा कक्ष में उपस्थित थे।

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