उज्जैन। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की धार्मिक नगरी उज्जैन (Religious city Ujjain) के सांसद अनिल फिरोजिया (MP Anil Ferozia) को शहर में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple) की सुरक्षा की चिंता सता रही है, जिसके चलते उन्होंने इसकी सुरक्षा व्यवस्था CISF या CRPF के हवाले करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) व गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने इस पवित्र स्थल की विशेषताएं बताते हुए इसे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बताया है।
इसके साथ ही उन्होंने अलग-अलग समय पर शहर के आसपास से हुई आतंकियों की गिरफ्तारी व हथियारों की बरामदगी के बारे में बताते हुए क्षेत्र को संदिग्ध गतिविधियों का गढ़ बताया है। अपने पत्र में इस बात की आशंका जताते हुए कि आपराधिक तत्व भविष्य में भी इस धार्मिक नगरी को अपना आश्रय स्थल बना सकते हैं, सांसद ने पीएम व गृहमंत्री से किसी अनहोनी को टालने के लिए मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था CISF या CRPF जैसी केंद्रीय सुरक्षा बलों को सौंपने का अनुरोध किया है।
अपने पत्र को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए उज्जैन सांसद ने लिखा, ‘यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी एवं माननीय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी को पत्र लिखकर श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, उज्जैन में CISF / CRPF सुरक्षाबलों की स्थायी तैनाती हेतु अनुरोध किया।’
सांसद ने पत्र में यह सब लिखा…
अपने पत्र में सांसद फिरोदिया ने लिखा, ‘माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी, प्रधानमंत्री, भारत सरकार, सविनय निवेदन है कि मैं उज्जैन-आलोट लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित सांसद होने के नाते आपका ध्यान उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं, जो समस्त सनातन धर्मावलंबियों की आस्था का एक प्रमुख केंद्र है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा महाकाल लोक के लोकार्पण के पश्चात यह पावन स्थल न केवल देशभर के, अपितु विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी एक विशिष्ट धार्मिक व सांस्कृतिक आकर्षण का केंद्र बन चुका है।’
बताया श्रद्धालुओं के लिए कितना खास है महाकाल
आगे उन्होंने महाकाल मंदिर की विशेषताएं बताते हुए लिखा कि, ‘”बाबा महाकाल” भारत के सर्वाधिक सर्च किए गए धार्मिक स्थलों में सम्मिलित हैं। यहां प्रतिदिन 2 से 2.5 लाख श्रद्धालु दर्शन हेतु उपस्थित होते हैं, जबकि विशेष पर्वों पर यह संख्या 5 लाख तक पहुंच जाती है। महामहिम राष्ट्रपति महोदय के अभिभाषण में यह उल्लेख हुआ कि विगत वर्ष लगभग 5-6 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए। आगामी सिंहस्थ महाकुंभ 2028 में अनुमानतः 20-25 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है, जो इसे वैश्विक स्तर का एक विशालतम धार्मिक आयोजन बनाएगा।’
इसके आगे अपने पत्र में उन्होंने सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीर आवश्यकताएं बताते हुए लिखा, ‘उज्जैन जिला पूर्व में माहिदपुर के झिरनिया गाँव में AK-56 जैसे हथियारों की बरामदगी सहित अनेक सुरक्षा-संबंधी मामलों का केंद्र रहा है। यह क्षेत्र सिमी (SIMI) व PFI जैसी संदिग्ध गतिविधियों के लिए सुरक्षा एजेंसियों के रिकॉर्ड में चिन्हित है। कुख्यात अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी भी इसी नगर से हुई थी, जिससे स्पष्ट होता है कि आपराधिक तत्व इस धार्मिक नगरी को भी अपना आश्रय स्थल बना सकते हैं।’
आगे उन्होंने लिखा, ‘इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, मेरा आपसे आग्रह है कि बाबा महाकाल मंदिर परिसर एवं महाकाल लोक क्षेत्र में CISF अथवा CRPF जैसी केंद्रीय सुरक्षा बलों की स्थायी तैनाती सुनिश्चित की जाए। यह निर्णय न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु अनिवार्य होगा, बल्कि सिंहस्थ 2028 जैसे भव्य आयोजन की पूर्व तैयारियों के तहत एक दूरदर्शितापूर्ण एवं आवश्यक कदम भी सिद्ध होगा। स्थानीय पुलिस बलों के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों की संयुक्त तैनाती से समग्र सुरक्षा व्यवस्था को बहुआयामी सुदृढ़ता प्राप्त होगी।’
पत्र के अंत में फिरोजिया ने लिखा, ‘आपसे अनुरोध है कि कृपया इस प्रस्ताव पर शीघ्र संज्ञान लेते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान करने की कृपा करें, जिससे देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालु एक सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण वातावरण में अपने आध्यात्मिक अनुभव को पूर्ण कर सकें। आपकी सकारात्मक पहल की प्रतीक्षा में सादर, अनिल फिरोजिया।’
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