मुंबई: पिछले कुछ वक़्त से विवादों में घिरे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) एक बार फिर ऐक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं. समीर वानखेड़े के नेतृत्व में शुक्रवार को एनसीबी की टीम ने मुंबई के तीन ठिकानो पर छापेमारी की है. इन छापेमारियों में मुंबई एयरपोर्ट की रेड से एमडी ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद हुई.
एनसीबी की टीम को यह टिप मिली थी कि मुंबई एयरपोर्ट में एक शख्स ड्रग्स की तस्करी के लिए आने वाला है. इसी सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में एक व्यक्ति को ड्रग्स के साथ अरेस्ट किया गया. प्रारंभिक जांच में जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक ड्रग्स की यह खेप ऑस्ट्रेलिया भेजी जा रही थी. फिलहाल एनसीबी की टीम यह जांच कर रही है कि ड्रग्स की यह खेप कहां से आई थी और किसके माध्यम से भेजी गई थी.
आर्यन खान ड्रग्स केस से चर्चा में आए समीर वानखेड़े
बॉलीवुड के मेगास्टार शाहरुख खान (SRK) के बेटे आर्यन खान से जुड़े मुंबई क्रूज ड्रग्स पार्टी (Aryan Khan Drug Case) पर की गई कार्रवाइयों की वजह से समीर वानखेड़े का नाम चर्चा में आया था. इस कार्रवाई में आर्यन खान को अरेस्ट किया गया था. इसके बाद आर्यन खान को करीब एक महीने तक जेल में रहना पड़ा. एनसीपी नेता और मंत्री नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े ने वसूली के लिए शाहरुख खान के बेटे को टारगेट किया है और असली ड्रग्स माफिया को क्रूज में पकड़ा ही नहीं गया.
इस तरह विवादों में घिरते गए समीर वानखेड़े
बाद में आर्यन को हिरासत में लिए जाते वक्त सेल्फी लेता हुआ जो किरण गोसाई नाम का शख्स दिखाई दिया था, उसके बॉडीगार्ड प्रभाकर साइल ने यह दावा किया था कि उसने किरण गोसाई की सैम डिसूजा नाम के शख्स से हुई फोन पर बातचीत सुनी थी. उस बातचीत में गोसाई डिसूजा से कह रहा था कि वो आर्यन खान का नाम दबाने के लिए शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी से 25 करोड़ में डील करे और 18 करोड़ में डील फिक्स करे. इस बातचीत में गोसाई सैम से यह कह रहा था कि आर्यन खान को बचाने के एवज में जो 18 करोड़ लिए जाने हैं उनमें से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को दिए जाने हैं.
वसूली के आरोपों में घिरने के बाद समीर वानखेड़े को एनसीबी ने दिल्ली बुलाया और उनसे पूछताछ की. इसके बाद उन्हें आर्यन खान केस से हटाया गया. इसके बाद नवाब मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि समीर वानखेड़े जन्म से मुस्लिम हैं. उनके पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने अपना धर्म बदल लिया था, लेकिन समीर वानखेड़े ने यह सच्चाई छुपाई और दलित होने के फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर आईआरएस की नौकरी हथियाई. इस तरह से उन्होंने एक दलित युवक का हक मारा है. समीर वानखेड़े ने इसके जवाब में कहा कि उनकी मां भले ही मुस्लिम थी, लेकिन उनके पिता ने कभी धर्म नहीं बदला था और वे जन्म से एक हिंदू दलित हैं. फिलहाल यह मामला कोर्ट में है.
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