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NCRB Report : देश में हत्या के मामलों में 0.3% का इजाफा, UP में प्रेम संबंध तो महाराष्ट्र में अवैध रिश्ते बने सबसे ज्‍यादा वजह

नई दिल्‍ली । राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी NCRB ने 2021 में देशभर में हुए अपराध (Crime) के आंकड़े बीते दिनों जारी किए। इसके मुताबिक 2021 में देशभर में 29,272 हत्या के मामले दर्ज हुए। यानी, 2021 में देश में हर दिन 82 हत्याएं हुईं। 2020 के मुकाबले देश में हत्या के मामलों (murder cases) में 0.3% का इजाफा हुआ। इस रिपोर्ट में हत्या के अलग-अलग कारणों का भी जिक्र किया गया है। इसके मुताबिक आपसी विवाद के चलते सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं। इस रिपोर्ट में हत्या की अलग-अलग 24 वजहें बताई गई हैं। इसमें प्रेम प्रसंग (love affairs) में हत्या से लेकर अवैध रिश्तों के चलते हत्या तक को वजह में शामिल किया गया।

आइये जानते हैं आखिर किस वजह देश में कितनी हत्याएं हुईं। किस राज्य में किस कारण से सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं? कहां आपसी रंजिश में कहां सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं? कहां जमीन विवाद में सबसे ज्यादा कत्ल हुए? कहां पारिवारिक विवाद में सबसे ज्यादा लोगों की जान गई? और ऐसी कितनी हत्याएं हुईं जिनके होने की वजह ही नहीं पता चल सकी?

सबसे ज्यादा हत्याएं विवादों के चलते हुईं
देश में हुईं 29,272 हत्याओं में सबसे ज्यादा 9,765 हत्याएं विवाद के चलते हुईं। विवाद में हुई हत्याओं के भी छह अलग-अलग तरह के विवादों का जिक्र NCRB की रिपोर्ट में दिया गया है। इसमें पारिवारिक विवाद, संपत्ति विवाद, पैसे का विवाद, पानी का विवाद, सड़के हादसे का विवाद और छोटे-मोटे झगड़े के कारण हुई हत्या को शामिल किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा हत्याएं पारिवारिक विवाद के चलते हुईं। 2021 में देशभर में कुल 3,566 लोगों की हत्या पारिवारिक विवाद के चलते हुई। वहीं, छोटे-मोटे झगड़े के चलते 2,603 लोगों की जान गई। वहीं, संपत्ति या जमीन विवाद में 2,488 लोगों का कत्ल हुआ। पैसे के झगड़े में देशभर में 998 लोगों की हत्या की गई।

विवाद के अलावा हत्या की सबसे बड़ी वजह निजी दुश्मनी
अलग-अलग तरह के विवादों से इतर सबसे ज्यादा हत्याएं निजी दुश्मनी के चलते हुईं। देशभर में इस वजह से 3,782 लोगों का कत्ल हुआ। इसके बाद वर्चस्व कायम करने के लिए 1,692 लोगों का कत्ल हुआ।

प्रेम संबंध की वजह से उत्तर प्रदेश, गुजरात में सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं
2021 में देश में हुई 1,566 हत्याओं की वजह प्रेम प्रसंग बने। इन हत्याओं में 21 फीसदी से ज्यादा मामले अकेले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। यहां 334 हत्याएं प्रेम प्रसंग की वजह से हुईं। वहीं, गुजरात में इस तरह की 179 हत्याएं हुईं। इसके बाद बिहार, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में प्रेम प्रसंग में सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं। इन पांच राज्यों को अगर मिला कर देखें तो देश में प्रेम प्रसंग में होने वाली हत्याओं के करीब 62 फीसदी मामले इन्हीं राज्यो में दर्ज हुए।

अवैध रिश्तों के चलते कहां हुईं सबसे ज्यादा हत्याएं?
NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में देशभर में कुल 1,559 हत्याओं की वजह अवैध रिश्ते बने। अवैध रिश्ते के चलते सबसे ज्यादा हत्याएं महाराष्ट्र में हुईं। यहां इस तरह के कुल 232 मामले दर्ज हुए। इसके बाद आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में अवैध रिश्ते के चलते सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं। आंध्र प्रदेश में 186, मध्य प्रदेश में 161, कर्नाटक में 152 और तमिलनाडु में 140 लोगों ने अवैध सबंध के चलते जान गंवाई।

निजी दुश्मनी के चलते किन राज्यों में हुई सबसे ज्यादा हत्याएं?
निजी दुश्मनी की वजह से 2021 में देशभर में कुल 3,782 हत्याएं हुईं। हत्या के कारणों में निजी दुश्मनी एक बड़ा कारण रहा। इस वजह से सबसे ज्यादा हत्याएं बिहार में हुईं। आपसी दुश्मनी के चलते अकेले बिहार में 591 हत्याएं हुईं। वहीं, मध्य प्रदेश में 372 तो कर्नाटक में 341 लोगों की हत्या निजी दुश्मनी की वजह से हुई।

पारिवारिक विवाद की वजह देश में गई साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोगों की जान
देश में हुई कुल 29 हजार से ज्यादा हत्याओं में पारिवारिक विवाद भी बड़ी वजह रहे। 2021 में देशभर में पारिवारिक विवाद के चलते 3,566 लोगों की हत्या हुई। अकेले ओडिशा में 535 लोगों की हत्या की वजह पारिवारिक विवाद रहा। वहीं, तमिलनाडु में 388 लोगों की जान पारिवारिक विवाद के चलते गई। महाराष्ट्र में भी 328 लोगों ने इस वजह से जान गंवाई। बिहार और उत्तर प्रदेश भी इस सूची में टॉप-5 में शामिल रहे।

जब मामूली झगड़े बन गए हत्या की वजह
कई बार ऐसा होता है जब एक छोटा सा विवाद खूनी रंग ले लेता है। 2021 में ऐसे ही 2,603 मामूली विवाद हुए जो जानलेवा बन गए। तमिलनाडु में सबसे ज्यादा 397 लोगों की जान मामूली विवाद के चलते चली गई। वहीं, महाराष्ट्र में 315, उत्तर प्रदेश में 308, मध्य प्रदेश में 251 और गुजरात में 245 लोगों की हत्या की वजह मामूली झगड़े बने।

जमीन या संपत्ति विवाद ने ली 2,488 लोगों की जान
NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में देशभर में 2,488 लोगों की जान जमीन या संपत्ति विवाद के चलते गई। संपत्ति विवाद में सबसे ज्यादा हत्याएं बिहार में हुईं। संपत्ति विवाद में देश में हुई कुल हत्याओं के एक चौथाई से अधिक मामले बिहार में दर्ज किए गए। यहां कुल 635 लोगों की जान संपत्ति विवाद में गई।

वर्चस्व की लड़ाई में सबसे ज्यादा कत्ल झारखंड में
2021 में देशभर में 1,692 हत्याएं वर्चस्व कायम करने के लिए हुईं। इस तरह से सबसे ज्यादा 480 मामले झारखंड में दर्ज हुए। वहीं, बिहार में इस तरह की 452 हत्याएं हुईं। तेलंगाना में 95, तमिलनाडु में 89 हत्याएं वर्चस्व के लिए हुईं। सूची में पांचवें नंबर पर उत्तर प्रदेश रहा। जहां इस तरह की 80 हत्याएं हुईं।

2021 में 1300 हत्याएं ऐसी थीं जिनका कारण नहीं पता चल सका। अंधे कत्ल की इन घटनाओं में बिहार सबसे ऊपर रहा। यहां इस तरह के 280 मामले सामने आए। बिहार के बाद पंजाब रहा। जहां 109 अंधे कत्ल की घटनाएं हुईं। झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश भी इस तरह की घटना में टॉप-5 में शामिल रहे। झारखंड और राजस्थान में जहां 83-83 हत्याओं का सुराग नहीं मिला। वहीं, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में इस तरह की 80-80 घटनाएं हुईं।

दहेज हत्या का क्या?
2021 में दहेज हत्या के कुल 952 मामले दर्ज हुए। सबसे ज्यादा दहेज हत्या के मामले ओडिशा में दर्ज हुए। यहां कुल 275 दहेज हत्याएं हुईं। पश्चिम बंगाल में 245, उत्तर प्रदेश में 119 वहीं, राजस्थान में 71 दहेज हत्याएं हुईं।

और किन-किन वजहों से हुईं कितनी हत्याएं?
जादू टोने के मामलों में देशभर में कुल 68 हत्याएं हुईं। मानव तस्करी के चलते 6, सांप्रदायिक और धार्मिक कारण से 10, जातिवाद के चलते 33, वर्ग संघर्ष के चलते 99 हत्याएं हुईं। राजनीतिक रंजिश के चलते 80, ऑनर किलिंग के 33, उग्रवाद के चलते 86 हत्याएं हुईं। डकैती के दौरान 160, गैंगवार 65, सीरियल किलर द्वारा 13 हत्याएं हुईं। पैसे के विवाद में 998, पानी के विवाद के चलते 67, सड़क हादसों के कारण 43 हत्याएं हुईं। एक हत्या शरीर के अंगों की बिक्री के लिए हुई। यह इकलौता मामला असम में दर्ज हुआ।

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