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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में नया मोड़, रेस से बाहर हुई निक्की हेली, ट्रंप की दावेदारी मजबूत!

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election) में नया मोड़ आ गया है. साउथ कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली (Nikki Haley) ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से पीछे हटने का फैसला किया है. निक्की ने रिपब्लिकन पार्टी (republican party) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने की दावेदारी आज छोड़ दी है. उन्होंने यह निर्णय ‘सुपर ट्यूजडे’ को कई राज्यों की पार्टी प्राइमरी में हार के बाद लिया है.

भारतीय मूल की निक्की हेली (Nikki Haley of Indian origin) के पीछे हटने के बाद पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने की दौड़ में एकमात्र प्रमुख उम्मीदवार रह गए हैं. हेली के फैसले की जानकारी रखने वाले तीन लोगों ने बुधवार की सुबह औपचारिक घोषणा से पहले पुष्टि की कि हेली राष्ट्रपति पद चुनाव की दौड़ से हट जाएंगी. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली तब डोनाल्ड ट्रंप की पहली मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी जब फरवरी 2023 में उन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनावी दौड़ में शामिल होने की घोषणा की थी.


‘सुपर ट्यूजडे’ के नतीजों के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली पर मजबूत बढ़त बना ली है. ट्रंप ने टेक्सास, कैलिफोर्निया और 11 अन्य राज्यों में शानदार जीत हासिल की है, लेकिन हेली वर्मोंट में जीत हासिल कर पाई. हालांकि जिन 15 राज्यों में मंगलवार को मतदान हुआ, वहां डोनाल्ड ट्रंप के लिए पार्टी का नामांकन हासिल करने के लिए पर्याप्त प्रतिनिधि नहीं थे, लेकिन वह इसके बहुत करीब पहुंच गए.

सुपर ट्यूजडे को सभी रिपब्लिकन प्रतिनिधियों में से एक तिहाई के लिए चुनाव हुआ जो 2024 में प्राइमरी चुनाव के लिए सबसे अहम तारीख है. रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद का नामांकन हासिल करने के लिए दोनों उम्मीदवारों में से किसी एक को 1,215 प्रतिनिधियों के समर्थन की आवश्यकता होती है, जो प्राइमरी के दौरान चुने जाते हैं. ट्रंप के पास 244 प्रतिनिधियों का समर्थन है, जबकि जबकि हेली के पक्ष में सिर्फ 86 प्रतिनिधि चुने गए हैं.

दूसरी तरफ राष्ट्रपति पद पर काबिज होने की इच्छा रख रहे जो बाइडन लगभग सभी डेमोक्रेट प्राइमरी राज्यों में जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं. बाइडन को American Samoa में पहली हार जेसन पामर के हाथों से मिली थी. पामर ने छोटे अमेरिकी क्षेत्र में जीत हासिल की जहां 100 से भी कम लोग कॉकस में भाग लेते हैं. यह डेमोक्रेटिक नामांकन के लिए बाइडेन की दावेदारी कमजोर नहीं होगी.

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